यूपी में पंचायत सहायकों के भारी पदों पर निकली भर्ती, जानिये कैसे होगा चयन

यूपी में 2783 पंचायत सहायकों के रिक्त पदों को भरने के लिए फिर से नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हुई है। निदेशालय ने इसका विज्ञापन भी प्रकाशित कर दिया है। 

स्टार एक्सप्रेस

डेस्क. नौकरी और कैरियर के अच्छे अवसर मिलने और महज छह हजार रुपये महीने के मेहनताने की वजह से ग्रामीण इलाकों के प्रतिभावान युवाओं को ग्राम पंचायत सहायक की नौकरी रास नहीं आ रही। अब तक चार हजार से अधिक ग्राम पंचायत सहायक नौकरी छोड़ चुके हैं। फिलहाल पंचायतीराज निदेशालय में नौ मई तक जिलों से संकलित हुई सूचना के आधार पर कुल 2783 पंचायत सहायकों के रिक्त पदों को भरने के लिए फिर से नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हुई है। निदेशालय ने इसका विज्ञापन भी प्रकाशित कर दिया है। निदेशालय की वेबसाइट पर उपलब्ध विवरण के अनुसार सबसे अधिक 93 ग्राम पंचायत सहायकों के पद पीलीभीत में रिक्त हुए हैं।

इनके अलावा आजमगढ़ में 87, बिजनौर में 84, बहराइच व संत कबीरनगर में क्रमश: 78-78 अलीगढ़ में 60, अम्बेडकरनगर में 56, बुलंदशहर में 76, लखनऊ में 32 पद रिक्त हैं। वेबसाइट पर अन्य जिलों की रिक्तियों का ब्यौरा भी जिले और ग्राम पंचायतवार उपलब्ध है। वेबसाइट पर आवेदन का प्रारूप भी उपलब्ध करवाया गया है।

ऐसे करें आवेदन

उत्तर प्रदेश पंचायत सहायक / एकाउंटेंट-कम-डीईओ के पदों के लिए आवेदन के इच्छुक उम्मीदवारों को विभाग की आधिकारिक वेबसाइट, panchayatiraj.up.nic.in पर दिए गए लिंक से भर्ती के लिए रिक्ति पदों के जिलेवार विवरण और एप्लीकेशन फॉर्म को डाउनलोड करना होगा। उम्मीदवारों इस फॉर्म को पूरी तरह से भरकर अपने डॉक्मेंट्स अटैच करते हुए अपनी ग्राम पंचायत, विकास खण्ड कार्यालय या जिला पंचायत राज अधिकारी के कार्यालय में 18 मई से 3 जून 2022 के बीच जमा कराना होगा।

निदेशालय के अफसरों के अनुसार ग्राम पंचायत सहायकों के नौकरी छोड़ने से रिक्त हुए पदों को भरने के लिए शासन से मार्गदर्शन मांगा गया था। मार्गदर्शन मिलने के बाद फिर से नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की गई है। नियुक्ति प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इस पद पर गांव के स्थानीय निवासी युवक-युवती को चयनित किया जाएगा। चयन का आधार हाईस्कूल व इण्टर की परीक्षाओं में सर्वाधिक प्राप्तांक होगा।

इन पंचायत सहायकों के नौकरी छोड़ने का कारण पूछे जाने पर इन अफसरों ने बताया कि इनमें से अधिकांश ऐसे मामले हैं जिनमें कार्यरत पंचायत सहायक को और बेहतर नौकरी मिल गई या उसका किसी प्रतियोगी परीक्षा के लिए चयन हो गया। ग्राम प्रधानों द्वारा इन पंचायत सहायकों से अपने घरेलू कामकाज करवाए जाने की वजह से नौकरी छोड़ने का सवाल पूछे जाने पर इन अफसरों ने फिलहाल ऐसे किसी भी मामले से इनकार किया है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button