पीएम मोदी ने गांधीनगर-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को दिखायी हरी झंडी

अधिकारियों ने बताया कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में यात्रियों को विमान में यात्रा करने जैसा अनुभव मुहैया कराएगी।

स्टार एक्सप्रेस

डेस्क. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर और मुंबई के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को शुक्रवार को हरी झंडी दिखायी. एक अधिकारी ने बताया कि मोदी ने सुबह करीब साढ़े 10 बजे गांधीनगर रेलवे स्टेशन से ट्रेन को हरी झंडी दिखायी। इसके बाद पीएम ने गांधीनगर से कालूपुर रेलवे स्टेशन तक ट्रेन में यात्रा की. इस दौरान वह लोगों से बात करते हुए भी दिखे।

इसके बाद पीएम मोदी ने अहमदाबाद मेट्रो को भी हरी झंडी दिखाई और सफर किया. इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद यात्रियों से बात की. इससे पहले दिल्ली में पीएम मोदी ने साल 2019 में भी वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन किया था। हालांकि उस वक्त उन्होंने इस ट्रेन में सफर नहीं किया था। आखिर ऐसी क्या बात हुई कि पीएम मोदी ने साल 2019 के बाद साल 2022 में वंदे भारत का दोबारा उद्घाटन किया है। तो आइए जानते हैं।

वंदे भारत 2.0 का उद्घाटन

वंदे भारत नाम भले ही एक हो लेकिन इस बार की ट्रेन में बहुत से बदलाव किए गए हैं। भारत में सेमी हाई स्पीड से चलने वाली वंदे भारत सीरीज की ये तीसरी ट्रेन है। इसे वंदे भारत 2.0 भी कहा जा रहा है। एक ट्रेन दिल्ली से वाराणसी और दूसरी दिल्ली से कटरा के लिए चलती है। ये तीसरी ट्रेन है जो गांधीनगर से मुंबई के बीच चलेगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि जिस तरह से हर बार स्मार्टफोन बदलाव के साथ आते हैं उसी तरह हर बार वंदे भारत ट्रेन भी अलग बदलाव के साथ आएगी. हालांकि नाम यही रहेगा।

वंदे भारत 2.0 की लागत में भी इजाफा

जैसा कि कहा गया है कि हर बार की तरह ट्रेन अपग्रेड होकर आएगी तो इसकी लागत में बढ़ोत्तरी देखी जाएगी। अब वंदे भारत 2.0 को ही ले लीजिए. इस ट्रेन की लागत साल 2019 में लॉन्च हुई वंदे भारत से 15 करोड़ रुपये ज्यादा है। पहली वंदे भारत की लागत 115 करोड़ रुपये थी। पिछले तीन सालों से चली ट्रेनों के फीडबैक के आधार पर इसके स्पेसीफिकेशन्स में बदलाव किया गया है।

क्या बदलाव किए गए?

वंदे भारत 2.0 में बदलावों की अगर बात करें तो इसमें पहला बदलाव तो यही है कि ये ट्रेन 129 सेकेंड में अपनी डॉप स्पीड 160 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार पर पहुंच जाती है। ये पिछली ट्रेनों से लगभग 16 सेकेंड ज्यादा है। ऐसा इसलिए हो पाता है क्योंकि इस ट्रेन को पिछली ट्रनों से हल्का रखा गया है। इस ट्रेन का वजन लगभग 392 टन है जो पिछली ट्रेनों के मुकाबले 38 टन कम है।

इस ट्रेन के सेफ्टी फीचर्स की अगर बात की जाए तो इस ट्रेन में ऑटोमेटिक एंटी-क़ॉलिशन सिस्टम कवच है जो पिछली ट्रेन में नहीं था। ऑटोमेटिक एंटी-क़ॉलिशन सिस्टम कवच को स्वचालित टक्कर रोधी प्रणाली कवच भी कह सकते हैं।

-इस ट्रेन के कोच में डिजास्टर लाइट्स हैं जो तीन घंटे का बैटरी बैकअप देते हैं।
-इसके बाहरी साइड में आठ फ्लैटफॉर्म साइड कैमरे लगे हुए हैं।
-इसके कोच में पैसेंजर गार्ड कम्युनिकेशन की सुविधा भी है, ये सुविधा ऑटोमैटिक वायस रिकॉर्डिंग फीचर के साथ मिलती है।
-ट्रेन की सीटों में भी बदलाव किया गया है. इसकी सीटों में झुकाव दिया गया है, जबकि पिछली वाली ट्रेन में ये सीटें फिक्स रहती थीं। इसके अलावा एक्सक्युटिव कोच में 180 डिग्री तक का घुमाव दिया गया है।
-वंदे भारत में पहले से बेहतर क्वालिटी में ऑडियो और वीडियो को देखा जा सकेगा. साथ ही इसकी एलसीडी में बदलाव किया गया है. जहां पहले वाली ट्रेन में 24 इंच के एलसीडी थे तो वहीं इसमें 32 इंच के एलसीडी लगाए गए हैं। वाईफाई की सुविधा भी दी गई है।

भारत ने 400 वंदे भारत ट्रेन को चलाने का मिशन शुरू किया है। जिसमें अगस्त 2023 तक 72 ऐसी नई ट्रेन्स को लॉन्च किया जाएगा। इसके अलावा, रात में यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए वंदे भारत में स्लीपर कोच लगाने की भी योजना है।

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