साइकिल नौजवान-किसान की पहचान
लखनऊ (संवादाता) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि साइकिल एक बहु-उपयोगी एवं बेहद लाभदायक सवारी है। इसलिए समाजवादी सरकार साइकिल को हर तरह से बढ़ावा दे रही है। इस दिशा में आगे भी प्रयास जारी रहेंगे। समाजवादियों की कोशिशों से ही आज किसी को भी साइकिल चलाने में शर्म नहीं महसूस होती है। उन्होंने उद्योग जगत के लोगों से साइकिल को बढ़ावा देने के लिए अपने सुझाव देने की अपील करते हुए कहा कि उपयोगी सुझावों पर राज्य सरकार गंभीरता से विचार करेगी।
मुख्यमंत्री शनिवार को राजधानी के मोती महल लॉन में आयोजित दो-दिवसीय राष्ट्रीय साइकिल मेला के उद्घाटन अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि साइकिल नौजवान, किसान, मेहनतकश, सिपाही आदि की पहचान है। अपने देश में इसे सामान्यतः गरीबों की सवारी माना जाता है, लेकिन विकसित देशों में इसका इस्तेमाल काफी बढ़ा है। ऐसे देशों में साइकिल के लिए अलग से सुरक्षित रास्ते की व्यवस्था है। लंदन में तो आसानी और तेजी से साइकिल चलाने के लिए अलग से सुपर साइकिल हाईवे बनाया जा रहा है। अपने देश में प्लानिंग की कमी की वजह से ऐसी व्यवस्था नहीं है। प्रदेश सरकार ने पैदल और साइकिल चलाने वालों के लिए अलग और सुरक्षित रास्ते की नीति अपनायी है। ज्यादा से ज्यादा लोग साइकिल चलाएं और स्वस्थ रहें, इसके लिए समाजवादी सरकार ने लखनऊ और आगरा को साइकिल फ्रैण्डली नगर के तौर पर विकसित करने का फैसला लिया है। साथ ही, लखनऊ सहित अन्य बड़े नगरों में साइकिल ट्रैक का निर्माण भी किया गया है। साइकिल पर्यावरण के नजरिए से भी अनुकूल है, इससे प्रदूषण नहीं होता है तथा पेट्रोल एवं डीजल की भी बजत होती है। साइकिल आवागमन का सस्ता एवं सुलभ साधन ही नहीं है, बल्कि पर्यावरण प्रदूषण, ग्लोबल वॉर्मिंग, ऊर्जा संकट तथा नुकसानदायक जीवन शैली से जूझ रहे समाज के लिए विकास का एक रास्ता भी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार प्रदेश के चहुंमुखी विकास के लिए काम कर रही है। राज्य सरकार साइकिल को बढ़ावा दे रही है तो मेट्रो पर भी तेजी से काम चल रहा है। डेयरी उद्योग को संसाधन मुहैया करा रही है, तो लैपटॉप भी वितरित कर रही है। एक्सप्रेस-वे बनवा रही है, तो मण्डियों का निर्माण भी करा रही है।