फर्क इंडिया के संपादक अखिलेश कृष्ण मोहन का निधन एक सदी का अंत

स्टार एक्सप्रेस

अंकुश यादव

फर्क  इंडिया  के  सम्पादक  व  पत्रकार  अखिलेश कृष्ण  मोहन  का  गुरुवार  सुबह  लखनऊ  के SGPGI  में  निधन  हो  गया ।  वह  कोरोना-19  से संक्रमित  थे ।  उनके  निधन  से  न  केवल पत्रकारिता  जगत  में  बल्कि  आमजन  मानस  में शोक  की  लहर  है ।

 

एक  तरफ  जहां  आज  के  दौर  में  लोकतंत्र  के चौथे  स्तम्भ  पत्रकारिता  की  नींव  हिली  हुई  है , ऐसे  समय  में  भी  उन्होंने निष्पक्ष  व  ईमानदार पत्रकारिता  की  मशाल  थामे  रखा  था ।  वे अपनी निर्भीकता  और  बेबाक  आवाज  के  लिये  जाने जाते  थे ।  उनका  मानना था – ” अगर  खबर  है तो  डंके  की  चोट  पर  लिखी  जायेगी ” ।

 

अखिलेश  कृष्ण  मोहन  का  दायरा  सूचना  और सूचना  भवन  तक  ही  नहीं  सीमित  था  बल्कि  वह सामाजिक  और  राजनीतिक  मुद्दों  से  सरोकार रखते  थे  और  उनका  विश्लेषण  भी  किया  करते थे ।  ग्राउंड  जीरो  पर  जाकर  कवरेज  करने  वाले अखिलेश  कृष्ण  मोहन ,  पत्रकारिता  जगत  में  एक नई  परिभाषा  लिख  गए ।  जिनके  साथ  मीडिया नहीं  खड़ी  होती  थी  उनकी  आवाज  थे  अखिलेश कृष्ण  मोहन ।  उन्होंने  समाज  के  पिछड़े  और वंचित  तबके  की  सच्चाई  और  संघर्ष  को  सबके  सामने  लाकर  रख  दिया ।  उन्होंने  सामाजिक आंदोलनों  को  कवर  किया  और  वे  दलित-पिछड़ों के  मुद्दे  पर  निडरता  से  लिखा  करते  थे ।  उनका वास्ता  प्रतियोगी  छात्रों  और  युवाओं  से  भी  रहा तथा  उनके  मुद्दे  को  सरकार  के  कानों  तक  भी पहुंचाने  का  काम  किया ।

 

अखिलेश  कृष्ण  मोहन  ने  दूरदर्शन  के  नया नजरिया  कार्यक्रम  के  माध्यम  से  लोगों  को जागरूक  किया ।  वे  आजीवन  लोकहित  के  मुद्दों को  उठाते  रहे ।  उनके  जाने  से  पत्रकारिता  जगत की  एक  सदी  का  अंत  हो  गया ।

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