Interview: छोटेलाल तिवारी का अधिशाषी अधिकारी पद पर चयन, बातचीत के कुछ अंश…

गांव में रहकर भी पूरे होते हैं सपने... बलिया के छोटेलाल तिवारी ने यूपी पीसीएस परीक्षा में अधिशाषी अधिकारी के पद पर चयनित होकर साबित कर दिखाया।

स्टार एक्स्प्रेस

लखनऊ/ बलिया. लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। इन पक्तियो को यथार्थ कर दिखाया है बलिया के छोटे से गांव के नौजवान छोटेलाल तिवारी ने जिन्होंने अपनी मेहनत के बल पर न सिर्फ खुद सफलता हासिल की बल्कि गांव, परिवार के बच्चो को भी शिक्षा देने के साथ – साथ मेहनत कर आगे बढ़ने का जज्बा सिखाने में कड़ी मेहनत कर रहे हैं।

इसी मेहनत व जज्बे के दम पर UP PCS की परीक्षा में सफलता हासिल कर गांव व परिवार का नाम रोशन कर दिया।

बलिया से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर बलिया- बिहार मार्ग पर एक गांव है सीताकुंड। इसी सीताकुंड गांव के चन्द्रमा तिवारी व स्वर्गीय रामजानी तिवारी के घर में उस समय खुशी की लहर दौड गयी जब पता चला की उनका सबसे छोटा लड़का छोटेलाल तिवारी अफसर बन गया है। पूरे गांव से लेकर क्षेत्र और जिले के लोगों का बधाई देने के लिए तांता लग गया।

छोटेलला तिवारी का चयन UP PCS परीक्षा में नगर पालिका परिषद में अधिशाषी अधिकारी (EO) के पद पर हुआ है। छोटेलाल तिवारी ने सीडीएस की तैयारी की लिखित परीक्षा में चयन के उपरान्त मेडिकल में अनफिट हो गए उसके बाद चार बार अपर पीसीएस, एक बार आईएएस में असफलता के बाद भी इन्होने मन छोटा नहीं किया न ही अपनी इच्छा शक्ति में कमी आने दी।

बेलहरी के पूर्व माध्यमिक विद्यालय रूद्रपुर पर बतौर सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत है। बतौर अध्यापक रहते हुए श्री छोटेलाल ने अपर पीसीएस परीक्षा उत्तीर्ण की है।

छोटेलाल तिवारी जिन्होंने यूपी पीसीएस परीक्षा उत्तीर्ण की है उनसे बातचीत के कुछ अंश…

प्रश्न – छोटेलाल तिवारी जी आप अपनी सफलता का श्रेय किसे देना चाहेंगे ?

उत्तर – सबसे पहले में अपने माता पिता व परिवार को धन्यबाद करना चाहूँगा। आज अगर मैं इस मुकाम को हासिल कर पाया हूं तो ये उन्ही के आशीर्वाद व प्यार की वजह से। साथ ही साथ मैं सभी साथियो व सहयोगियों को भी धन्यवाद देता हूं जिन्होंने हमेशा मुझे प्रेरित किया।

प्रश्न – आपने इस इस परीक्षा की तैयारी किस प्रकार की ?

उत्तर – मैंने परीक्षा की तैयारी बिना किसी कोचिंग के स्व-अध्यन से घर पर रहकर ही की व एक अनुशासित समय के अनुसार की और हमेशा अपने लक्ष्य के प्रति पूर्ण समर्पण की भावना से अध्यन किया।

प्रश्न – आपको इस परीक्षा के दौरान कभी किसी परेशानी व कठिनाई का समाना करना पड़ा हो…?

उत्तर – परेशानी व् कठिनाई व्यक्ति के जीवन का हिस्सा है। इसे कमजोरी न मानकर बल्कि इसका डटकर सामना करने वालो को ही सफलता मिलती है। मैंने भी इसी दृढ़ता के साथ सफलता प्राप्त की।

प्रश्न – आप प्राइमरी अध्यापक भी है ऐसे में कैसे आप स्कूल के साथ साथ अपनी तैयारी के लिए समय निकालते थे ?

उत्तर – मैंने एक सफल शिक्षक पद का कर्तव्य निर्वहन करने के साथ साथ अपने लक्ष्य को भी टारगेट किया ।इसके लिए मैंने रात में नींद का समय कम कर रात में पढाई को प्राथिमकता दी। इसका परिणाम मेरी सफलता है।

आपका बातचीत करने और समय देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।

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