आनंद मोहन सिंह के बाद उठी अनंत सिंह की रिहाई की मांग, जानिए पूरा मामला

बिहार में आनंद मोहन के बाद 2 अन्य बाहुबली नेताओं अनंत सिंह और प्रभुनाथ सिंह की छोड़ने की मांग उठने लगी है

स्टार एक्सप्रेस/संवाददाता

 

पटना/ बिहार : आनंद मोहन की रिहाई के बाद अब बिहार के दो और बाहुबली नेता को छोड़ने की मांग उठने लगी है। बिहार जेल कानून में संशोधन के बाद पूर्व सांसद आनंद मोहन समेत 26 कैदियों की रिहाई की। नीतीश सरकार के इस फैसले की काफी आलोचना भी हो रही है। इसी बीच अब बिहार में आनंद मोहन के बाद दो अन्य बाहुबली नेताओं अनंत सिंह और प्रभुनाथ सिंह की रिहाई की मांग उठने लगी है।

बिहार में आनंद मोहन के बाद 2 अन्य बाहुबली नेताओं अनंत सिंह और प्रभुनाथ सिंह की छोड़ने की मांग उठने लगी है। स्वर्ण क्रांति दल के कृष्ण कुमार कल्लू ने प्रभुनाथ सिंह और अनंत सिंह की जेल से रिहाई की मुहिम शुरू की है। प्रभुनाथ सिंह को हत्या के मामले में दोषी पाए जाने के बाद 2017 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। वहीं अनंत सिंह 10 साल की सजा काट रहे हैं।

प्रभुनाथ और अनंत के लिए लगा पोस्टर

आनंद मोहन की रिहाई के बाद राजद के पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह और पूर्व विधायक अनंत सिंह की रिहाई के लिए आवाज उठाई जा रही है। बता दें कि आनंद मोहन के मामले को बताते हुए प्रभुनाथ और अनंत सिंह के समर्थकों ने उनकी जल्द रिहाई की मांग की है और इसके लिए कई पोस्टर लगाए हैं। इसे लेकर उनके समर्थकों ने अभियान भी शुरू कर दिया है।

बीजेपी ने कहा है – बिहार में जंगलराज की वापसी

आनंद मोहन के बाद जेल में बंद प्रभुनाथ सिंह अनंत सिंह की रिहाई की मांग उठने लगी है। इस पर बीजेपी ने कहा है कि आरजेडी के दबाव में नीतीश कुमार ने आनंद मोहन को रिहा किया और अब उन्हें आजादी के जवाब में बिहार के सभी दुर्दांत अपराधियों को छोड़ना पड़ेगा, जिसके बाद बिहार में पूर्ण तौर पर जंगलराज की वापसी हो जाएगी।

आनंद मोहन की रिहाई के लिए नियम में किए गए बदलाव

बता दें कि आनंद मोहन की रिहाई को लेकर बिहार में सियासी गर्माहट देखी जा रही है। पहले इस रिहाई को लेकर विपक्ष ने बिहार सरकार पर सवाल खड़े किए. वहीं, अब उनकी रिहाई के बाद भी सियासी हलचलें थमने का नाम ही नहीं ले रही। आनंद मोहन पर IAS कृष्णैया की हत्या का मामला था, बाबजूद उसके जेल नियमों में बदलाव कर पूर्व सांसद आनंद मोहन को रिहा कर दिया गया।

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