लोकसभा के बाद अब राज्यसभा से भी मोदी सरकार ने पास करवाया SC/ST बिल
नई दिल्ली. आज का दिन राज्यसभा के लिए बड़ा ही ऐतिहासिक रहा। आज के दिन SC/ST अत्याचार निवारण संशोधन विधेयक राज्यसभा से ध्वनिमत से पारित किया गया। इस बिल को लोकसभा में केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने प्रस्ताव रखा था। इस बिल को लोकसभा से पहले ही पारित किया जा चुका है।
राज्यसभा में SC/ST बिल पर चर्चा का जवाब देते हुए सामाजिक अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत ने कहा कि मोदी सरकार गरीबों, पिछड़ों के हितों के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि समाज के पिछड़े वर्ग के लिए जो प्रतिबद्धता है वह किसी के दवाब में नहीं है। उन्होंने सभी सांसदों से बिल का समर्थन कर कानून को मजबूत करने की अपील की।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि मैं डॉक्टर अंबेडकर, बाबा फुले के राज्य से आया हूं और शिवसेना से ज्यादा सामाजिक न्याय-समता के बारे में शायद ही कोई जानता हो। उन्होंने कहा कि आरक्षण और इस बिल को लेकर आज भी महाराष्ट्र बंद है। राउत ने कहा कि कोई अगर इस कानून का दुरुपयोग करता है तो उससे कैसे निपटा जाएगा, इसका बिल में कोई जिक्र नहीं है। उन्होंने पासवान के बयान पर भी आपत्ति जताई जिसमें उन्होंने शिवसेना को दलित विरोधी और इस बिल का समर्थन न करने वाली पार्टी बताया था।
लोकसभा में कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जब आप कहेंगे 70 साल में कुछ नहीं हुआ तो मुझे जवाब देना ही पड़ेगा, मैंने किसी पर भी निजी आरोप नहीं लगाए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ही संसद परिसर में बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा लगवाई थी और आप हमें उनके बारे में ज्ञान न दें। खड़गे ने सरकार पर राफेल डील में घोटाले का आरोप लगाया।
गोयल ने खड़गे को दिया ओपन चैलेंजवित्त मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष होने के नाते मैं खड़गे का सम्मान करता हूं लेकिन मुझे उम्मीद नहीं थी कि वो बौखलाहट में निजी हमले करेंगे। राज्यसभा सदस्य गोयल ने खड़गे को चुनौती देते हुए कहा कि अगर हिम्मत है तो मुंबई में मेरे खिलाफ चुनाव लड़कर दिखाएं।
फोटो- फाइल।।