योगी सरकार का फैसला, नोएडा में स्थित शूटिंग रेंज को अब चन्द्रो तोमर के नाम से जाना जाएगा

स्टार एक्सप्रेस डिजिटल  : सीएम योगी आदित्‍यनाथ की अगुवाई वाली यूपी सरकार ने नोएडा शूटिंग रेंज का नाम शूटर दादी के नाम से मशहूर चंद्रो तोमर के नाम पर रखने का फैसला किया है। राष्‍ट्रीय राजधानी दिल्‍ली से सटे उत्‍तर प्रदेश के नोएडा का शूटिंग रेंज अब शूटर दादी चंद्रो तोमर के नाम से जाना जाएगा। उत्‍तर प्रदेश सरकार ने नोएडा शूटिंग रेंज का नाम चंद्रो तोमर के नाम पर रखने का फैसला किया है। सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। शूटर दादी के नाम से मशहूर चंद्रो तोमर का कोविड संक्रमण के बाद 30 अप्रैल को मेरठ के एक एक अस्पताल में निधन हो गया था।

 

 

 

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने ट्वीट कर कहा, नोएडा में स्थापित शूटिंग रेंज को अब प्रख्यात निशानेबाज, जीवटता, जिजीविषा व नारी सशक्तिकरण की प्रतीक चन्द्रो तोमर जी के नाम से जाना जाएगा। चन्द्रो तोमर जी के नाम पर शूटिंग रेंज का नामकरण, यूपी सरकार के मिशन शक्ति अभियान की भावनाओं के अनुरूप मातृ शक्ति को नमन है।

 

 

 

चंद्रो तोमर और रिश्‍तेदार प्रकाशी तोमर ने 1960 के दशक में निशानेबाजी शुरू की थी। तब समाज की परिस्थितियां उनकी इच्‍छाओं के अनुकूल नहीं थीं। विपरीत परिस्थितियों में भी अपने हौसले के बल पर उन्‍होंने इस क्षेत्र में कीर्तिमान स्‍थापित किया। उन्‍होंने निशानेबाजी में 30 राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीते। चंद्रो तोमर को दुनिया में सबसे अधिक उम्र की निशानेबाज के तौर पर जाना जाता है।

 

 

 

 

चंद्रो तोमर ने 60 साल की उम्र में प्रोफेशनल निशानेबाजी शुरू की थी। अप्रैल में जब कोरोना वायरस संक्रमण के बाद उनका निधन हुआ, तब उनकी उम्र 89 साल थी। कोविड संक्रमण के बाद मेरठ के एक अस्‍पताल में उनका इलाज चल रहा था। उन्‍हें सांस लेने में तकलीफ के बाद अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी हालत बिगड़ती चली गई और 30 अप्रैल को उनका निधन हो गया।

 

 

 

चंद्रो तोमर पर बॉलीवुड फिल्म भी बन चुकी है। सांड की आंख उनके जीवन पर ही आधारित फिल्‍म है, तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर ने मुख्‍य भूमिका निभाई थी। चंद्रो तोमर ने अपनी रिश्‍तेदार प्रकाशी तोमर के साथ निशानेबाजी की कई प्रतियोगिताओं में हिस्‍सा लिया था। प्रकाशी तोमर भी दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला निशानेबाजों में से एक हैं।

 

 

 

यूपी सरकार का यह फैसला राजनीतिक मायनों में भी काफी अहम है। शूटर दादी चंद्रो तोमर बागपत के जौहड़ी गांव से ताल्‍लुक रखती थीं और पूरे पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश में उनका काफी सम्‍मान था।

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