बसपा में ही सर्व समाज को मिला सम्मान, ब्राह्मणों को दिखानी होगी अपनी ताकत : कल्पना मिश्रा
स्टार एक्सप्रेस डिजिटल.
आगरा (इज़हार अहमद)। ताजनगरी के माथुर वैश्य सभागार में आयोजित बसपा के प्रबुद्ध महिला विचार गोष्ठी में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा की पत्नी कल्पना मिश्रा ने कहा कि भाजपा सरकार में ब्राह्मणों पर अत्याचार बढ़ गया है। बसपा में सभी का सम्मान सुरक्षित है। बसपा सभी समाज का सम्मान करती है। भाजपा शासन में हाथरस में अनुसूचित जाति की महिला का दुष्कर्म हुआ। मौत के बाद स्वजन की इच्छा के विपरीत जल्दबाजी में उसका अंतिम संस्कार करा दिया गया।
बसपा द्वारा प्रबुद्ध वर्ग के सम्मान, सुरक्षा व तरक्की को लेकर गुरुवार को दोपहर में प्रबुद्ध महिला विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान कल्पना मिश्रा ने बसपा सरकार में कराए गए विकास कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बसपा प्रमुख मायावती को एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनाइये, किसान विरोधी कानून उत्तर प्रदेश में लागू नहीं होंगे। उन्हाेंने ब्राह्मण समाज से आह्वान किया कि वह दलितों के साथ मिलकर प्रदेश में एक बार फिर बसपा की सरकार बनाएं।
बसपा खेल रही ब्राह्मण कार्ड
बसपा एक बार फिर ब्राह्मण कार्ड खेल रही है। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी ने फार्मूला भी तैयार कर लिया है। प्रबुद्ध वर्ग सम्मान, सुरक्षा व तरक्की विचार गोष्ठी के नाम से हुए किए जा रहे ब्राह्मण सम्मेलनों में लोगों को बसपा की जीत का फार्मूला बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि प्रदेश में 16.5 फीसद ब्राह्मण हैं। ये सब इकठ्ठे भी हो जाएं, तब भी ये एक भी सीट नहीं जीत सकते। जीत के लिए कम से कम 35 फीसद वोट की जरूरत होती है। 23 फीसद दलित हैं। यदि ये ब्राह्मण और दलित मिल जाएं तो विधानसभा क्षेत्र की हर सीट पर बसपा मजबूत होगी। ये दोनों मिलकर ही प्रदेश में बसपा की सरकार बनाने की ताकत रखते हैं। ब्राह्मण अपनी इस ताकत का अहसास वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में करा चुके हैं।
वक्ताओं ने ये भी कहा
भाजपा सरकार ने युवाओं से दो करोड़ नौकरी दिलवाने का वादा किया था। नौकरी तो नहीं दिलाई बल्कि इतने युवाओं को बेरोजगार जरूर किया। उच्च शिक्षा प्राप्त युवाओं को पकौड़े बेचने की सलाह देकर उनको रोजगार उपलब्ध कराने की बात करते हैं।
भाजपा सिर्फ वोट के लिए ब्राह्मण समाज का उपयोग कर रही है। उसके राज्यसभा सदस्य हरद्वार दुबे खुद कह चुके हैं कि ब्राह्मण समाज भाजपा का छोड़कर जाएगा कहां।