Itawa News: पालिका क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ कार्यकाल की चर्चाएं हुईं तेज

अंग्रेजी हुकूमत में मिला था ग्राम पंचायत का दर्जा,

स्टार एक्सप्रेस/संवाददाता  (रिपोर्ट-विजयेन्द्र तिमोरी) 

भरथना,इटावा। भरथना नगर पालिका परिषद को अंग्रेजी हुकूमत के दौरान ग्राम पंचायत-भरथना के नाम से पहचाना जाता था। जिसमें ग्राम पंचायत- पुराना भरथना प्रथम के नाम से प्रचलित थी तथा ग्राम पंचायत-भरथना नगर द्वितीय के नाम से पहचानी जाती थी। उस समय ग्राम पंचायत भरथना नगर के अध्यक्ष दीनदयाल अवस्थी हुए।उनके बाद चुनाव चिन्ह हाथी से भगवती प्रसाद, इनके बाद रामनाथ दुबे जो दो बार (एक बार निर्विरोध) निर्वाचित हुए।

1978 में टाउनएरिया से पालिका का मिला था दर्जा

तदुपरान्त चुनाव चिन्ह तराजू से धन्नामल रामगोपाल पोरवाल विजयी हुए। फिर भरथना की बागडोर सूरज शर्मा के हाथों में आई,जो टाउन एरिया के अध्यक्ष हुए और उन्होंने अपने ही कार्यकाल में टाउन एरिया की सीमा का विस्तार कर नगर की सीमा बढ़ाई और वर्ष 1978 में भरथना टाउन एरिया से नगर पालिका परिषद बनी और तभी से भरथना की पहचान नगर पालिका परिषद के रूप में होने लगी। उन्होंने नगर क्षेत्र में विद्युत सप्लाई लाने में अहम भूमिका निभाई थी।

इसके बाद राजेन्द्र प्रसाद पोरवाल का 7 वर्षीय कार्यकाल रहा। वहीं बाद में कुछ समय के लिए भरथना सुपर सीट रही। फिर चुनाव के उपरान्त प्रकाश चन्द्र भंसाली ने 26 नवम्बर 1988 को अध्यक्ष के रूप में पालिका का चार्ज ग्रहण किया। इसी बीच स्थिति विपरीत होने के चलते उस समय उपाध्यक्ष पद पर रहे प्रेमचन्द्र पोरवाल लम्बरदार ने कुछ समय के लिए अध्यक्ष का चार्ज ग्रहण कर जनता की सेवा की और पुनः प्रकाश चन्द्र भंसाली अपना चार्ज ग्रहण कर जनता की सेवा में लग गये। इसके बाद 19 जनवरी 1994 से लेकर 30 नवम्बर 1995 तक सुपर सीट रही। इसके बाद 1 दिसंबर 1995 में पहली बार एक महिला चेहरा के रूप में कांग्रेसी नेता राजवाला महेश्वरी ने नगर पालिका परिषद भरथना के अध्यक्ष पद का चार्ज ग्रहण किया।इनका कार्यकाल 3 दिसंबर 2000 तक चला।

इसके बाद राजीव पोरवाल उर्फ मनोज पोरवाल नगर पालिका अध्यक्ष पद पर आसीन हुए। इनका कार्यकाल 4 दिसंबर 2000 से 3 दिसंबर 2005 तक रहा। फिर इस बीच 4 दिसंबर 2005 से लेकर 17 नवंबर 2006 तक सुपर सीट यानि कि (प्रशासक-उपजिलाधिकारी भरथना पर चार्ज रहा)। एक बार पुनः पूर्व चेयरमैन राजीव कुमार उर्फ मनोज पोरवाल की धर्मपत्नी नीता पोरवाल ने 18 नवंबर 2006 को नगर पालिका परिषद भरथना के अध्यक्ष पद को गौरवान्वित किया और इनका कार्यकाल 26 नवंबर 2011 तक रहा। इनके बाद 27 नवंबर 2011 से लेकर 31 दिसंबर 2011 तक फिर एक बार प्रशासक नियुक्त रहे। इसके उपरांत नगर क्षेत्र के उद्योगपति एवं प्रमुख व्यवसायी और कर्मठ सपा नेता अजय यादव ‘‘गुल्लू‘‘ की धर्मपत्नी रंजना यादव नगर पालिका परिषद भरथना की अध्यक्ष निर्वाचित हुईं।

और उन्होंने नगर क्षेत्र की टूटी फूटी सड़कों गलियों सहित नगर पालिका कार्यालय को एक मल्टी काम्पलैक्स के रूप में उच्च स्तरीय कार्यालय को समर्पित कर व ठोस और मजबूत निर्माण विकास कार्य कराकर भरथना की जनता का दिल जीत लिया,उनके द्वारा कराए गए विकास कार्य और निर्माण कार्यो की चर्चा आज भी जनता के दिलो दिमाग मे छाई हुई है। जिनका कार्यकाल 18 जुलाई 2012 से लेकर 3 अगस्त 2017 तक रहा साथ ही पालिका अध्यक्ष अध्यक्ष रंजना यादव ने अपने कार्यकाल में नगर पालिका परिषद भरथना सीमा का विस्तार करा दिया। लेकिन वार्डों की संख्या ज्यों कि त्यों 25 ही बनी रही।

इसके बाद नगर नगर की कमान एक ऐसे निठल्ले खाऊ कमाऊ के हाथ चली गई,जिसने 12 दिसंबर 2017 को नगर पालिका परिषद भरथना के अध्यक्ष के रूप में शपथ ग्रहण करते ही अपनी हैसियत में इजाफा शुरू कर दिया। अब आगामी नगर निकाय निर्वाचन में नगर पालिका परिषद भरथना का अध्यक्ष पद का आरक्षण पिछडा वर्ग घोषित होने के बाद अध्यक्ष की कुर्सी पर कौन विराजमान होता है? यह नगर की जनता पर निर्भर करता है।

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