हरिद्वार कुंभ: उत्तराखंड में मेले के आयोजन पर शुरू हुई राजनीति, मेला सुरक्षा अधिकारी ने दिया बड़ा बयान…

हरिद्वार में लगे कुंभ मेले के एक शीर्ष अधिकारी ने शनिवार को कहा कि आयोजन से कोविड संक्रमण तेजी से फैलने की बात कहना अनुचित है क्योंकि एक जनवरी से मेला समाप्त होने तक किये गये कुल आरटी-पीसीआर परीक्षणों में से केवल 0.2 प्रतिशत में लोगों के संक्रमित होने का पता चला, जबकि मेला में तैनात केवल 0.5 पुलिसकर्मी संक्रमित हुए.

हरिद्वार में कुंभ मेले के आयोजन के कारण कोरोना संक्रमण तेज़ी से फैला यानी कुंभ सुपर स्प्रेडर साबित हुआ, इस बारे में रावत ने क्या कहा?

गुंज्याल कुंभ मेला के दौरान हरिद्वार और आसपास के क्षेत्रों में संपूर्ण सुरक्षा बंदोबस्त के प्रभारी थे. उन्होंने कहा कि जिले में एक जनवरी से 30 अप्रैल तक 8.91 लाख आरटी-पीसीआर जांच की गयीं थीं जिनमें से केवल 1,954 लोग संक्रमित मिले.

मुझे पता था कि संक्रमण कैसे फैल रहा था इसलिए मेरी सरकार इस बारे में काफी सतर्क थी और उसी के हिसाब से योजना बना रही थी. जबकि फैक्ट्स सबके सामने हैं, तो इस बारे में मेरा बोलना मुनासिब नहीं है.

रावत के मुताबिक उनकी सरकार पहले तो चाहती थी कि दिव्य और भव्य स्तर पर कुंभ का आयोजन हो, लेकिन कोविड 19 के हालात के मद्देनज़र प्लान कुछ इस तरह का बताया गया था कि प्रतीकात्मक कुंभ के तहत 11 मार्च, 12 अप्रैल, 14 अप्रैल और 27 अप्रैल, शाही स्नानों के सिर्फ चार​ दिनों का ही आयोजन किया जाए.

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