सीएम योगी ने दिया जीत का गुरुमंत्र, बोले- एक बार फिर 2022 में कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र में बनाएंगे जीत का नया रिकॅार्ड

स्टार एक्सप्रेस डिजिटल : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और सीएम योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन में अपरोक्ष रूप से कानपुर-बुंदेलखंड के बूथ अध्यक्षों को देवतुल्य या भाग्य विधाता बताकर उनकी पीठ थपथपाई। लोकसभा की तरह विधानसभा चुनाव में यहां क्लीन स्वीप करने का गुरुमंत्र भी दिया।

जेपी नड्डा ने बूथ अध्यक्षों की सराहना करते हुए यह कहकर जोश भरा कि ये लोग निष्ठा पहले 2014 फिर वर्ष 2017, फिर वर्ष 2019 में साबित कर चुके हैं। धूप और उत्साह से सामने दिख रहे बूथ अध्यक्ष एक बार फिर वर्ष 2022 में भी कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र में जीत का नया रिकॉर्ड बनाएंगे। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में क्षेत्र की दसों सीटों पर भाजपा ने जीत कायम की थी। कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र की 52 में से 47 विधानसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है। अबकी बार 52 में 52 पर कमल खिलाना है, वह आपके उत्साह से सच साबित होने वाला है।

 

पार्टी के देवतुल्य कार्यकर्ताओं के चेहरों पर टपक रहा नूर साफ संकेत दे रहा है कि कानपुर-बुंदेलखंड की धरती पर किसी विपक्षी का खाता नहीं खुलने देंगे। योगी ने भी बूथ अध्यक्षों की जमकर तारीफ की। कहा कि कोरोना काल में जहां विपक्षी और सेवादार कहलाने वाले घरों में क्वारंटीन थे, तभी सामने बैठे बूथ अध्यक्ष जान जोखिम में डाल सेवा ही संगठन नारे को सार्थक करके मानवता की सेवा की।

 

अब यही लोग घर-घर जाकर हर एक सदस्य से संक्रमण काल की सेवाओं को जाकर बताएंगे तो अगले साल होने वाले चुनाव में फिर कमल का राज होगा। योगी ने भी बूथ अध्यक्षों में यह कहकर उत्साह भरा कि विपक्षियों में तो परिवारवाद ही होता है पर भाजपा में सामने बैठे बूथ अध्यक्ष पता नहीं कब मंच पर बैठ जाएं। गैलरी से मंच पर बैठने का सपना केवल भाजपा में ही साकार होता है। नड्डा ने निरालानगर के सम्मेलन में अपने 33 मिनट के भाषण में 13 बार बूथ अध्यक्षों का नाम लिया। कहा कि बूथ अध्यक्ष संगठन की निचली इकाई नहीं बल्कि सरकार बनाने के विधाता हैं। यह भी कहा कि बूथ अध्यक्षों को तो पीएम मोदी वैसे ही देवतुल्य बताते हैं।

 

 

बूथ अध्यक्ष अपनी बातों को जनता तक पहुंचाएं। भाजपा अध्यक्ष ने अपने उदबोधन की शुरुआत रानी लक्ष्मीबाई का नाम लेकर उनकी वीरता को कानपुर बुंदेलखंड की धरती से जोड़ा। नड्डा ने उनकी वीरता के साथ ही रानी लक्ष्मीबाई का संबंध कानपुर के बिठूर से भी बता आमजनों से नाता जोड़ने का प्रयास किया। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने चित्रकूट को भगवान राम के वनवास का एक पड़ाव बता कहा कि यह बुंदेलखंड की धरती देवी-देवताओं और वीरों से भरी है। नड्डा का उदबोधन 1:57 पर शुरू होकर ढाई बजे खत्म हुआ।

 

 

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