योगी सरकार के कोविड मैनेजमेंट को WHO ने सराहा, ग्रामीण इलाकों में चलाया जा रहा विशेष अभियान
स्टार एक्सप्रेस
लखनऊ. योगी सरकार के कोविड प्रबंधन पर एक बार फिर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मुहर लगाई है। ग्रामीण इलाकों में राज्य सरकार के कोरोना ट्रेसिंग मॉडल को डब्ल्यूएचओ ने सराहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी वेबसाइट पर यूपी सरकार के कोविड प्रबंधन की खुलकर तारीफ की है। कोरोना की पहली लहर के दौरान भी योगी सरकार के शानदार कोविड मैनेजमेंट की डब्ल्यूएचओ समेत देश और दुनिया में जमकर तारीफ हुई थी।
WHO ने यूपी के ग्रामीण इलाकों में कोरोना को रोकने के लिए चलाए जा रहे अभियान की चर्चा करते हुए रिपोर्ट में बताया है कि राज्य सरकार ने किस तरह से 75 जिलों के 97941 गांवों में घर-घर संपर्क कर कोरोना की जांच करने के साथ आइसोलेशन और मेडिकल किट की सुविधा उपलब्ध कराई।
WHO ने धरातल पर परखा कोविड मैनेजमेंट का हाल
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता के अनुसार विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सरकार के कोविड मैनेजमेंट को धरातल पर परखने के लिए यूपी के ग्रामीण इलाकों में 10 हजार घरों का दौरा किया। WHO की टीम ने खुद गांवों में कोविड मैनेजमेंट का हाल जाना। कोरोना मरीजों से उनको मिल रही चिकित्सीय सुविधाओं के बारे में पूछताछ की। विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेषज्ञों ने फील्ड में काम कर रही 2 हजार सरकारी टीमों कामकाज की गहन समीक्षा भी की है।
ग्रामीण इलाकों में इस तरह किया जा रहा कोविड मैनेजमेंट
WHO ने रिपोर्ट में बताया है कि किस तरह यूपी के ग्रामीण इलाकों में सरकार ने सामुदायिक केंद्रों, पंचायत भवनों और स्कूलों में कोरोना मरीजों की जांच और इलाज की सुविधा दे रही है। जिले के हर ब्लाक में कोविड जांच के लिए राज्य सरकार की ओर से दो मोबाइल वैन तैनात की गई है। कोरोना के खिलाफ महाअभियान के लिए स्वास्थ्य विभाग की 141610 टीमें दिन रात काम कर रही हैं। कोविड मैनेजमेंट की इस पूरे अभियान पर नजर रखने के लिए योगी सरकार ने 21242 पर्यवेक्षकों की तैनाती की है।