पूर्व कैप्टन सौरव गांगुली ने बीसीसीआई के अध्यक्ष पद की संभाली कुर्सी
धवार को भारतीय क्रिकेट को नयी प्रशासन समिति मिल गई। पूर्व कैप्टन सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने बीसीसीआई के अध्यक्ष पद की कुर्सी संभाल ली। पिछले तीन वर्षों तक उच्चतम न्यायालय की ओर से गठित प्रशासकों की समिति ने भारतीय क्रिकेट को चलाया जिसके चीफ विनोद राय का कार्यकाल अब खत्म हो गया है। अपने तीन वर्ष के कार्यकाल के बाद विनोद राय ने अनिल कुंबले व विराट कोहली के टकराव पर बड़ा बयान दिया है।
अनिल कुंबले थे बेस्ट कोच लेकिन नहीं चाहते थे विराट
विनोद राय (Vinod Rai) ने भारत टाइम्स को साक्षात्कार में बताया कि अनिल कुंबले (Anil Kumble) बेस्ट कोच थे व अगर उनके कॉन्ट्रैक्ट में कार्यकाल आगे बढ़ाने का नियम होता तो उसे बढ़ाया जाता। विनोद राय ने कहा, ‘अनिल कुंबले उस वक्त सबसे बेस्ट कोच थे। उनके कॉन्ट्रैक्ट में कार्यकाल बढ़ाने का का नियम होता तो करते। मैं अनिल कुंबले की बहुत इज्जत करता हूं। ‘
‘विराट कोहली नहीं चाहते थे कुंबले कोच बने रहें’
विनोद राय ने आगे बताया कि उन्होंने अनिल कुंबले के मामले पर विराट कोहली (Virat Kohli) से मोबाइल पर बात की थी। उन्होंने कहा, ‘चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान मैं बर्मिंघम में सचिन व सौरव गांगुली से मिला था। इस मामले पर मेरी उनसे लंबी चर्चा हुई। इन दोनों ने अनिल कुंबले व विराट कोहली से बात की थी। मैंने सचिन से बोला कि वो विराट से बात करें। मैं विराट को जानता नहीं था लेकिन उनसे बात करने के बाद मुझे लगा कि विराट कोहली अनिल कुंबले को कोच पद पर बरकरार रखना नहीं चाहते थे। ‘
विनोद राय ने आगे कहा, ‘मुझे लगा कि सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) व सचिन के कद के खिलाड़ी विराट कोहली से बात करेंगे तो कुछ होगा लेकिन हाल ही में गांगुली ने मुझे बताया कि उन्होंने विराट कोहली से बात की थी। अब आप ही बताइए जब विराट को सचिन व गांगुली नहीं मना पाए तो मैं क्या करता। अगर ड्रेसिंग रूम में कैप्टन व कोच के बीच मतभेद हों तो किसे हटाया जा सकता है। जायज सी बात है कोच को। हालांकि अगर ये टकराव आज होता तो विराट कोहली को सौरव गांगुली का निर्णय मानना ही पड़ता कि अनिल कुंबले कोच रहेंगे। ‘