आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देशों को जवाबदेह ठहराने का आह्वान

आतंकवाद को अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए एक ‘‘बड़ा खतरा’’ करार देते हुए भारत और छह अन्य बिम्सटेक देशों ने आज आह्वान किया कि इस बुराई को बढ़ावा, समर्थन देने वाले या उसका वित्तपोषण करने वाले, आतंकवादियों को सुरक्षित शरणस्थली उपलब्ध कराने वाले और उनकी गलत प्रशंसा करने वाले देशों तथा सरकार इतर तत्वों की पहचान की जाए तथा उन्हें जवाबदेह ठहराया जाए।

दो दिवसीय चौथे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के अंत में काठमांडू घोषणापत्र जारी किया गया जिसमें बिम्सटेक देशों सहित विश्व के सभी हिस्सों में आतंकी हमलों की निन्दा की गई और जोर दिया गया कि आतंकवाद के किसी भी कृत्य को किसी भी तरह उचित नहीं ठहराया जा सकता।बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य सदस्य देशों के नेता शामिल हुए।

मोदी ने कहा, ‘‘बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में आज की कार्यवाही अत्यंत सार्थक रही। कल हमने जिन मुद्दों पर बात की थी, उसी दिशा में हम आगे बढ़े तथा विभिन्न क्षेत्रों में बहुपक्षीय सहयोग को और आगे बढ़ाने के लिए अपनी कटिबद्धता दोहराई।’’

काठमांडो घोषणापत्र में किसी भी जगह किसी के भी द्वारा किए जाने वाले आतंकी कृत्यों और सभी प्रकार के आतंकवाद की निन्दा की गई।इसमें कहा गया, ‘‘आतंकवाद और सीमा पार संगठित अपराध बिम्सटेक देशों सहित अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए लगातार बड़ा खतरा बने हुए हैं।’’

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