अखिलेश ने लिया अन्न संकल्प, सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली और ब्याज मुक्त लोन का चुनावी वादा

अखिलेश यादव ने कहा- हम सभी लोग संकल्प लेते हैं कि जिन्होंने किसानों पर अन्याय और अत्याचार किया उनको हटाएंगे, हराएंगे यह हमारा अन्न संकल्प है.

सभी फसलों के लिए एमएसपी प्रदान की जाएगी – अखिलेश यादव

किसानों के लिए बीमा और पेंशन की व्यवस्था – अखिलेश यादव

फार्मर्स रिवाल्विंग फंड बनाकर गन्ना किसानों को 15 दिन में भुगतान – अखिलेश यादव

300 यूनिट फ्री बिजली का भी संकल्प समाजवादी पार्टी ने लिया है जिसको हम दोहराते हैं – अखिलेश यादव

किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को सरकार बनने पर 25-25 लाख रुपए देकर मदद की जाएगी – अखिलेश यादव

स्टार एक्सप्रेस

लखनऊ. उत्तर प्रदेश में चुनावी शंखनाद के साथ ही चुनावी वादों की सेह लगनी शुरू हो चुकी है। साथ ही चुनाव के मैदान में एक बार फिर से किसानों के मुद्दे को गरमाने की कोशिश शुरू हो गई है।

सपा का अन्न संकल्प, किसानों का कायाकल्प

 

इसी क्रम में सपा प्रदेश मुख्यालय पर सोमवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में लखीमपुर खीरी के तिकुनिया कांड में घायल किसान नेता तेजिंदर सिंह बिर्क के साथ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और अन्य नेताओं ने भाजपा को हटाने और हराने का ‘‘अन्न संकल्प‘‘ लिया।

 

इस अवसर पर अखिलेश यादव ने पार्टी के सभी नेताओं और किसानों से अपील की कि वे सब अन्न संकल्प लें कि किसानों पर अत्याचार और अन्याय करने वाली भाजपा सरकार को हटाएं और हराएं और यही हमारा अन्न संकल्प है।

 

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने चुनाव को देखते हुए किसान कार्ड खेला है। उनका कहना है कि अगर सपा सरकार बनती है तो वह 15 दिन के भीतर गन्‍ना किसानों को उनका मूल्‍य दिलाएंगे। इसके लिए अगर जरूरत पड़ेगी तो फॉर्मर्स रिवाल्विंग फंड की भी व्यवस्था की जाएगी।

 

उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के घोषणापत्र में हम शामिल करेंगे कि सभी फसलों की एमएसपी दी जाएगी। किसानों के लिए बीमा और पेंशन के अलावा ब्याज मुक्तलोन की भी व्यवस्था की जाएगी। साथ ही 300 यूनिट घरेलू बिजली मुफ्त और किसानों की सिंचाई पूरी तरह से मुफ्त करेंगे।

 

अखिलेश यादव ने कहा कि लखीमपुर खीरी के तिकुनिया कांड में तेजिंदर सिंह बिर्क को कुचल देने की साजिश थी। घटना में बिर्क गम्भीर रूप से घायल हुए। किसान नेताओं ने इन्हें अस्पताल पहुंचाया, इलाज हुआ और भगवान ने बचा लिया।

 

अखिलेश यादव ने कहा कि तेजिंदर सिंह बिर्क ने किसानों के लिए लड़ाई लड़ी और संघर्ष किया। किसानों ने अपने संघर्ष से भाजपा सरकार को झुका दिया। भाजपा सरकार ने जो तीन काले कानून किसानों पर थोपे थे, उससे खेती बर्बाद हो जाती, जमीन छिन जाती, किसान बर्बाद हो जाता, फसलों का कंट्रोल दूसरों के हाथ में चला जाता। यादव ने कहा कि आंदोलन के दौरान किसान शहीद हुए, उनकी जान गई, झूठे मुकदमे लगे, भाजपा के लोगों ने किसानों को अपमानित किया लेकिन किसान पीछे नहीं हटे। अंत में वोट के लिए भाजपा ने काले कानून वापस ले लिए।

 

अखिलेश यादव ने कहा कि जो कल तक काले कानूनों के पक्ष में थे, वही अब कह रहे हैं कि किसान हित में कानून वापस लिए गए। यादव ने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि –  साफ नहीं है इनका दिल, चुनाव बाद फिर लायेंगें बिल।

 

उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर लगाए गए मुकदमों को वापस लिया जाएगा और जिन किसानों की जान गई है उनके परिजनों को 25-25 लाख रुपए देकर मदद की जाएगी। यादव ने कहा कि हम घोषणापत्र में उन तमाम बिंदुओं को भी रखेंगे, जिनके जरिए इन घोषणाओं को पूरा करेंगे। हम किसानों और अपने नेताओं से अपील करते हैं कि वे सभी अन्न संकल्प से जुड़े और भाजपा को हटाने और हराने में जुटे।

 

यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी और भाजपा नेता आचार संहिता का लगातार उल्लंघन कर रहे है। हम चुनाव आयोग से इसकी लिखित शिकायत करेंगे। उन्होंने कहा कि सपा कार्यालय और उसके आसपास पुलिस का पहरा लगा दिया गया है, कोई यहां आ जा नहीं सकता है। वहीं दूसरी तरफ भाजपा के लोग चुनाव आचार संहिता की धज्जियां उड़ा रहे हैं, चुनाव आयोग से कहूंगा कि इस सब को देखें। आयोग निष्पक्ष होकर कार्रवाई करें।

 

एक सवाल के जवाब में यादव ने कहा कि प्रदेश में बड़े पैमाने पर छुट्टा जानवरों के लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है। छुट्टा जानवर किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। लोगों की जान ले रहे हैं, लेकिन बीजेपी सरकार इन्हें नहीं पकड़ रही है।

 

उन्होंने कहा कि पूरे देश में जानवरों के हमले में सबसे ज्यादा जान उत्तर प्रदेश में गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने झूठे वादे किए, मां गंगा से झूठ बोला लेकिन नदियों की सफाई नहीं की। सपा सरकार में सभी नदियों को साफ किया जाएगा।

 

अखिलेश यादव ने कहा कि गोमती रिवरफ्रंट और वरुणा नदी की सफाई एक उदाहरण है। नदियां इसी तरह से साफ हो सकती हैं। दिल्ली में यमुना नदी का जो हाल है उसके लिए भाजपा और कांग्रेस जिम्मेदार हैं। हमने गोमती रिवरफ्रंट इसलिए बनवाया था, जिससे शहर का गंदा पानी नदी में न जाए और नदी शहर में पूरी तरह से साफ हो लेकिन बीजेपी ने सब बर्बाद कर दिया।

 

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