Sultanpur : रैन बसेरा में बेड खाली बस स्टॉप और रेलवे स्टेशन पर फर्श पे रात गुजारने को मजबूर यात्री

स्टार एक्सप्रेस / गुलफाम अहमद

सुल्तानपुरl रविवार की रात 11-12 बजे के दरमियान जब ठंड काफी बढ़ी हुई थी। आदमी के हाथ व पैर ठंड से बर्फ हो रहे थे। तापमान 14 डिग्री सेल्सियस के आसपास था। उस समय बस स्टेशन व रेलवे स्टेशन पर बाहर से आये यात्री फर्श पर चादर बिछा और कंबल ओढ़कर ठंड से राहत लेने का प्रबंध कर रहे थे।

जिले के जिम्मेदार अपने-अपने बंगलों में चैन की नींद सो रहे थे।सभागार में बना रैन बसेरा-पन्नी में है होल दरअस्ल ठंड को देखते हुये जिला प्रशासन के निर्देश पर नगरपालिका ने बस स्टेशन व रेलवे स्टेशन से थोड़ी दूर पर पंडित राम नरेश त्रिपाठी सभागार में एक रैन बसेरा बना रखा है। कहने को ये रैन बसेरा है, स्थित ये है कि एक सीमेंटड स्टेज को पन्नी से कवर किया गया है।

पन्नी भी ऐसी की जिसमें जगह-जगह से होल है। हवा अंदर आराम से आ रही है। इस कवर्ड एरिये में टेंट की बारह फोल्डिंग चारपाई, उस पर टेंट की रजाई गड्डा व चादर। एक सीएफएल व एक बाल्टी और मग ये व्यवस्था इस रैन बसेरा में दी गई है। केवल चार बेड पर ही लोग लेटे मिले बाकी बेड खाली था।अपने कंबल से यात्री ठंड से बचाव का कर रहे प्रबंध बेड पर लेटे अंबेडकर नगर के रहने वाले एक युवक ने बताया कि वो यहां परीक्षा देने आया है। बस स्टॉप पर उतरा तो दुकानदार से पूछने पर पता चला यहां रैन बसेरा बना है तो यहां आ गया।

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सच्चाई यही है कि ले दे कर एक रैन बसेरा वो भी उसका प्रचार प्रसार नहीं। ऐसे में यात्री स्टेशन पर ठिठुरेगा ही। वही बस स्टॉप पर मौजूद यात्रियों में भी कोई बलिया से परीक्षा देने आया है और फर्श पर लेटा मिला। किसी को अमेठी जाना है बस सुबह मिलेगी तो वो वही आराम करता मिलता। बस स्टॉप के चौकीदार ने भी यही बताया कि अभी अलाव या यात्रियों को ठंड से बचने के लिये और कोई राहत का इन्तेजाम नहीं हुआ है।

रेलवे स्टेशन के प्लेट फॉर्म पर भी यात्री जमीन पर लेटे मिले कुछ यही हाल रेलवे स्टेशन का भी रहा। यहां भी प्लेट फार्म से लेकर वेटिंग रूम तक में यात्री जमीन पर बिछा कर लेटे हैं। काबिले गौर बात ये है कि प्रशासन ने जहां रैन बसेरा बनाया हो वहां या फिर बस स्टॉप और रेलवे स्टेशन के बाहर कही पर भी ठंड से बचने के लिये अलाव की व्यवस्था नहीं कराया है। इसके अतिरिक्त शहर के प्रमुख चौराहों पर भी अलाव नदारद है।

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