20 साल बाद सावन के सोमवार पर आया हैं भव्य अवसर, भोलेनाथ आपको बना सकते हैं करोड़पति
पौराणिक मान्यता है कि जब पांडव स्वर्गप्रयाण के लिए हिमालय की ओर जा रहे थे, उस समय उत्तराखंड के केदारनाथ में भगवान शिव ने भैंसे के रूप में पांडवों को दर्शन दिया। दर्शन देने के बाद भैंसे के रूप में शिव वहीं जमीन में समाने लगे।
कई सालों बाद ऐसा हो रहा है जब हरियाली अमावस्या और सोमवती अमावस्या एक ही दिन पड़ रहे है। इसके साथ ही सोमवार के दिन अमावस्या भी 16 साल बाद पड़ रही है। ऐसा संयोग साल 2004 में सावन माह के पुरुषोत्तम मास में पड़ा था।
इस साल दो बार सावन महीना पड़ा था। जिसेक दूसरे सावन माह में सोमवती अमावस्या का संयोग बना था। इससे पहले साल 2000 भी ऐसा संयोग बन चुका है।सावन महीने की अमावस्या को हरियाली अमावस्या के नाम से जाना जाता है