ब्रिटेन में पाए जाने वाले कोरोना का नया स्ट्रेन दुनिया के लिए बन सकता हैं ‘आफत’, अगले साल मृत्यु दर में होगी बढ़त
नोवेल कोरोना वायरस में व्यापक तौर पर रिपोर्ट किए गए उत्परिवर्तन (म्यूटेशन) का अध्ययन करने वाले वैज्ञानिकों का मानना है कि अभी भी इस म्यूटेशन के प्रभावों का जहां तक सवाल है तो अब भी बहुत कुछ अज्ञात है. नई लाइनेज जिसे B.1.1.7 का कोडनेम दिया गया है, उसे ब्रिटेन में हाल के केसों में व्यापक रूप से ट्रैक कियागया है. ब्रिटेन में रिपोर्ट किए गए म्यूटेशन पर अग्रणी विशेषज्ञों का क्या कहना है, उसका सार यहां जाना जा सकता है.
दरअसल सामने आई रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले साल में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन अस्पतालों में भर्ती होने की दर के साथ ही मृत्यु दर को भी बढ़ा सकता है. लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन पर हुई स्टडी में बताया गया कि यह स्ट्रेन पहले से 56 प्रतिशत तेज गति से लोगों को संक्रमित कर रहा है. जिसके परिणाम काफी गंभीर होने वाले हैं.
ब्रिटेन में अभी तक कोरोना संक्रमण के मामले 21 लाख के पार पहुंच गए हैं. अबी तक ब्रिटेन में 21 लाख 88 हजार 587 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं. जिसमें से 69 हजार 625 संक्रमितों की मौत हो गई है. फिलहाल ब्रिटेन में फैल रहे कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को देखते हुए भारत, नीदरलैंड, बेल्जियम, यूरोप, कनाडा, तुर्की, इजराइल, सऊदी अरब, फ्रांस, जर्मनी, इटली, आयरलैंड, कुवैत, अल साल्वाडोर, अर्जेंटीना, चिली और मोरक्को ने ब्रिटेन की सभी उड़ानें रद्द कर दी हैं.