बुद्ध पूर्णिमा: आषाढ़ मास में इस दिन मनाई जाएगी बुद्ध पूर्णिमा, यहाँ जाने इससे जुडी कुछ बाते…

हमारे देश में गुरुओं को माता पिता से ऊपर बताया गया है। मान्यता है कि जहां गुरु का सम्मान नहीं होता वहां कभी तरक्की नहीं होती-कभी सफलता नहीं मिलती। गुरुओं के सम्मान में हर साल गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है। हर साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन गुरू पूर्णिमा को मनाया जाता है।

बुद्ध पूर्णिमा का संबंध बुद्ध के साथ केवल जन्म भर का नहीं है बल्कि इसी पूर्णिमा तिथि को वर्षों वन में भटकने व कठोर तपस्या करने के पश्चात बोधगया में बोधिवृक्ष नीचे बुद्ध को सत्य का ज्ञान हुआ. कह सकते हैं उन्हें बुद्धत्व की प्राप्ति भी वैशाख पूर्णिमा को हुई. इसके पश्चात महात्मा बुद्ध ने अपने ज्ञान के प्रकाश से पूरी दुनिया में एक नई रोशनी पैदा की और वैशाख पूर्णिमा के दिन ही कुशीनगर में उनका महापरिनिर्वाण हुआ.

हर व्यक्ति की जिंदगी में गुरु की अपनी अलग महत्ता होती है। एक साधारण से व्यक्ति को महान बनाने में गुरू का सबसे बड़ा योगदान होता है। आइए आपको बताते हैं इस साल गुरु पूर्णिमा कब पड़ रही है। साथ ही क्या है गुरु पूर्णिमा की पौराणिक कथा-

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