तनावपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ मतदान ,17 लोगों की मौत
बांग्लादेश में नयी गवर्नमेंट चुनने के लिए रविवार को तनावपूर्ण माहौल में मतदान संपन्न हुआ। पीएम शेख हसीना के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ अवामी लीग द्वारा धांधली के आरोपों के बीच हुए चुनाव के दौरान हिंसा में कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई। चुनाव आयोग के मुताबिक 300 संसदीय सीटों में से 299 सीटों पर चुनाव हुआ है। इसके लिए 1,848 उम्मीदवार मैदान में हैं। चुनाव के लिए 40,183 मतदान केन्द्र बनाए गए। एक उम्मीदवार के निधन के कारण एक सीट पर चुनाव नहीं हुआ।
हसीना चौथी बार पीएम बनने के लिए चुनाव लड़ रही हैं जबकि ढाका कारागार में बंद उनकी चिर प्रतिद्वंद्वी व बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की प्रमुख खालिदा जिया का भविष्य अधर में लटका नजर आता है। सूचनाओं के मुताबिक, जिया आंशिक रूप से लकवाग्रस्त हैं। मतदान लोकल समयानुसार प्रातः काल आठ बजे प्रारम्भ हुआ व शाम चार बजे तक जारी रहा।
चुनाव आयोग के एक प्रवक्ता ने बताया कि आठ घंटे तक चली मतदान प्रक्रिया तय प्रोग्राम के अनुसार संपन्न हुयी व मतगणना की तैयारियां चल रही है। उन्होंने बोला कि सोमवार प्रातः काल तक गैर आधिकारिक परिणाम आने की उम्मीद है। चुनाव अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्र भर से उम्मीदवारों से सैकड़ों शिकायतें मिली। ‘डेली स्टार’ अखबार के मुताबिक, चुनाव से जुड़ी हिंसा में एक सुरक्षा बल सहित कम से कम 17 लोगों के मारे जाने की समाचार मिली है। दर्जनों लोगों के घायल होने की भी सूचना है।
खबरों में बोला गया है कि मारे गए लोगों में अधिकांश सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ता थे जबकि अन्य बीएनपी तथा उसके सहयोगी दल के कार्यकर्ता थे। राजधानी के ढाका सेन्टर में सबसे पहले पीएम शेख हसीना ने वोट डाला। हसीना के रिश्तेदार एवं पार्टी सांसद फजले नूर तापस इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वोट डालने के बाद हसीना ने कहा, ‘‘मुझे हमेशा चुनाव में हमारी जीत का यकीन रहता हैमुझे अपने लोगों पर यकीन है व मुझे पता है कि वे हमें चुनेंगे ताकि उन्हें बेहतर भविष्य मिल सके। ’’
बांग्लादेश में सभी स्कूलों व कॉलेजों को रविवार के लिए मतदान केन्द्र बनाया गया। लोग प्रातः काल आठ बजे मतदान प्रारम्भ होने से पहले ही केन्द्रों पर कतार में लग गए थे। कम से कम 10 उम्मीदवारों ने आरोप लगाया कि उनके पोलिंग एजेंट को मतदान केंद्र से बाहर कर दिया गया । इनमें अधिकांश उम्मीदवार बीएनपी के हैं। बीएनपी के रुहुल कबीर रिजवी ने आरोप लगाया कि राष्ट्र के मतदान केन्द्रों पर कब्जा किया गया व उनकी पार्टी के एजेंटों को बाहर निकाल दिया गया।
रिजवी ने पार्टी ऑफिस में संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘‘हमें जैसा कि पता चला है, यह हिंसा वाला चुनाव है। हमें गवर्नमेंट के इशारे पर एकतरफा चुनावी माहौल देखने को मिल रहा है।बीएनपी के महासचिव मिर्जा फकरूल इस्लाम आलमगीर ने बोला ‘‘उनकी पार्टी के कुछ उम्मीदवारों का मतदान से दूर रहने का निर्णय ‘‘निजी’’ है लेकिन मतदान समाप्त होने के बाद हम शाम चार बजे अपना रूख स्पष्ट करेंगे। ’’ हालांकि, मतदान समाप्त होने के बाद भी कोई घोषणा नहीं की गयी ।
हजारों सैनिकों व अर्द्धसैनिक बलों सहित छह लाख सुरक्षाकर्मियों को स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए तैनात किया गया है। राष्ट्र में 10.41 करोड़ मतदाता पंजीकृत हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त नूरुल होदा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कुछ अप्रिय घटनाओं को छोड़कर, अब तक मतदान सुचारू व शांतिपूर्ण रहा है। ’’ सुरक्षा कारणों से अस्थायी तौर पर मोबाइल डेटा सेवाएं रोक दी गयी व इंटरनेट की गति धीमी कर दी गयी। बांग्लादेश में यह 11वां आम चुनाव है।