प्रधानमंत्री के ‘जन से जग तक’ के नारे को सार्थक कर रहें हैं IAS राजकमल यादव

अंकुश यादव

प्रतिभा किसी परिचय की मोहताज नहीं होती, वह जहां भी रहती है अपना जलवा बिखेरती रहती है। हम बात कर रहे हैं ऐसे ही एक प्रतिभावान शख्सियत की, वह जहाँ भी रहे, वहीं अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते रहे। हम बात कर रहे आयुष कवच ऐप को लेकर खासे चर्चा में रहे आईएएस राजकमल की.

कोरोना महामारी के चलते इससे बचाव के लिए आरोग्य सेतु के साथ ही “आयुष कवच” ऐप इस समय लोकप्रिय हो रहा है। यह ऐप उत्तर प्रदेश के आयुष विभाग के अंतर्गत विकसित किया गया है और इसकी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आईएएस राजकमल को सौंप रखी है।

उत्तर प्रदेश के आयुष विभाग के सचिव व मिशन निदेशक राजमकल कहते हैं कि आयुष कवच ऐप को अभी तक लाखों लोगों ने डाउनलोड कर लिया है और लगातार इसकी संख्या में वृद्धि हो रही है। इस ऐप का मुख्य उद्देश्य लॉकडाउन के समय लोगों को घरों में हेल्दी और फिट रखना है।

इसमें आयुर्वेदिक व औषधीय पद्धति से घरों में रहकर प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही लाइव योग वीडियो की भी सुविधा दी गई है। आयर्वेद पद्धति भारत की प्राचीन परंम्परा व संस्कृति रही है। इस तरह यह ऐप कोरोना महामारी से बचाव में अचूक हथियार है।

हालांकि यह कोई पहला मौका नही है जब उन्होंने अपनी करिश्मा का जलवा बिखेरा हो। इसके पहले भी उन्होंने ऐसे अनके काम किये जिससे उनकी चर्चा होती रही है। कोरोना समय में भी वह उत्तर प्रदेश आयुष विभाग के अंतर्गत 6000 कोरोना वारियर्स को प्रशिक्षत कर विभिन्न जिलों में तैनात किया गया है। इस मिशन निदेशक राजकमल यादव ने ही लीड किया है। इससे पहले भी राजकमल ने विशेष सचिव सचिवालय प्रशासन रहते हुए मुख्यमंत्री के डीम प्रोजेक्ट e-Sachivalay को बेहद कम समय में सम्पन्न करते हुए पुरानी व लंबित फाइलों को गति दी।

 

प्रतापगढ़ में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) पद रहते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना में हुई हेराफेरी का पर्दाफाश किया और वहाँ के सांगीपुर और बाबागंज में तैनात 09 सचिवो के ऊपर विभागीय कार्यवाही और एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया। स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिले को शौच मुक्त करने व विभिन्न परियोजनाओं में अहम योगदान दिया है।

एसडीएम सदर व मोनलालगंज पद पर तैनात आईएएस राजकमल ने सैकडों बीघे सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटवाया।

शिक्षा क्षेत्र को प्राथमिकता देते हेतु प्रधानचार्य की शिकायत पर जहाँ उन्होंने एक तरफ विद्यालय से दबंगों को सबक सिखाया वहीं दूसरी ओर चुनाव में पारदर्शिता व लोगों को उनके ‘वोट के मूल्य’ के प्रति जागरूक करने का भी काम किया है।

इसके अलावा उन्होंने शिक्षा, महिला सशक्तीकरण, बाल विकास व डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया, एक भारत श्रेष्ठ भारत समेत कई योजनाओं को भी गति दी है। स्वयं स्वास्थ्य विभाग से संबंधित होने के कारण आयुष्मान भारत(PMJAY) समेत अन्य योजनाओं को जन-जन तक पहुँचाने और सुचारू रूप से सम्पन्न करवाने का काम किया है।

आज उन्हीं के टैलेंट की वजह से आयुष कवच जैसे ऐप से कोरोना महामारी के समय भी लोग घर बैठे-बैठे भी COVID-19 मुकाबला कर रहे हैं। वह सरकार की सभी गाइडलाइन को कर्मचारियों व लोगों तक पहुँचाकर प्रधानमंत्री के ‘जन से जग तक’ के नारे को सार्थक कर रहें हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button