किसानों की सब्सिडी के पैसे की हेराफेरी के बीच आरोपी हुए गिरफ्तार, एक आरोपी अभी भी फरार

स्टार एक्सप्रेेस डिजिटल  : इसी साल मार्च महीने में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल के एक विधायक सुधांशु शेखर परिदा पर कृषि उपकरणों की खरीद के लिए सब्सिडी की राशि को छीनने के इसी तरह के आरोपों का सामना करना पड़ा।

 

 

 

ओडिशा के अपराध जांच विभाग की आर्थिक अपराध शाखा ने धान की रोपाई करने वाली मशीनों को बेचने वाले एक शख्स को मशीनों को बेचने और वास्तविक किसानों के लिए सब्सिडी को जेब में रखने का झूठा दावा करके लगभग 3.5 करोड़ रुपए के सरकारी खजाने को धोखा देने के आरोप में गिरफ्तार किया है। ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने कहा कि बरगढ़ के कमलजीत सिंह और उसका भाई हरपाल सिंह फर्जी इंजन चेसिस नंबर और धान की खेती के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मशीन और फर्जी लाभार्थियों की तस्वीरें अपलोड करते थे, जिससे राज्य के कृषि विभाग की तरफ से दी जाने वाली सब्सिडी को फर्जी तरीके से भुनाया जा सके।

 

 

 

2018 और 2020 के बीच दोनों भोले-भाले किसानों की धान ट्रांसप्लांटर्स के साथ फोटो खींचकर उनसे उनके बैंक अकाउंट में आए एक से डेढ़ रुपए ले लेते थे। वो उन किसानों को बस 3 से 5 हजार रुपए देते थे। विंग के उप महानिरीक्षक जेएन पंकज ने कहा कि इस तरह से कुल सब्सिडी की रकम 3.49 करोड़ की है।

 

 

 

 

कमलजीत सिंह को केरल के त्रिशूर में मशीनीकृत मशीनें बेचने वाली कंपनी रेडलैंड्स एशलिन मोटर्स पीएलसी के प्रबंधक रिगिन बेनेट की शिकायत के बाद गिरफ्तार किया गया था। हरपाल की गिरफ्तारी होनी बाकी है। दोनों ने झूठा दावा किया कि उन्होंने पश्चिमी ओडिशा के बोलनगीर, संबलपुर, बरगढ़ और सोनपुर जिलों के किसानों को कंपनी के नाम पर 278 मशीनें बेचीं। दोनों आरोपियों और उनकी फर्मों के अलग-अलग बैंक अकाउंट्स में जमा 1.92 करोड़ रुपए फ्रीज कर दिए गए हैं।

 

 

 

इसी साल मार्च महीने में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल के एक विधायक सुधांशु शेखर परिदा पर कृषि उपकरणों की खरीद के लिए सब्सिडी की राशि को छीनने के इसी तरह के आरोपों का सामना करना पड़ा। ओडिशा लोकायुक्त के सामने एक शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि विधायक ने धान की फसल खरीदने का दावा करते हुए 6 लाख रुपए की सब्सिडी का गबन किया था।

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