एलोपैथी के बाद अब ज्योतिष पर बाबा रामदेव ने साधा निशाना कहा, “मुहूर्त के नाम पर बहकाते रहते हैं”
देश में कोरोना वायरस संकट के बीच आयुर्वेद और एलोपैथिक के बीच विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) की ओर से कानूनी नोटिस मिलने के बाद योगगुरु स्वामी रामदेव (Swami Ramdev) पहली बार सामने आए हैं और दावा किया है कि एलोपैथी ने सिर्फ 10 प्रतिशत गंभीर मरीजों का इलाज किया है
बैठे-बैठे ही किस्मत बताते हैं। जब मोदी जी ने पांच सौ और एक हजार के नोट बंद किए तो किसी को पता नहीं चला। किसी ज्योतिषी ने यह भी नहीं बताया कि कोरोना आने वाला है। किसी ने नहीं बताया कि इसके बाद ब्लैक फंगस भी आने वाला है।
वह योग शिविर में साधकों से बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि किसी ने यह नहीं बताया कि कोरोना का समाधान बाबा रामदेव कोरोनिल से देने वाले हैं। मैं तो विशुद्ध रूप से हिंदी और संस्कृत बोलता हूं।
अब हिंदी व संस्कृत बोलने वाले ने ऐसे झंडे गाड़ दिए कि सब कहते हैं कि हिंदी पढ़नी चाहिए, संस्कृत पढ़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि आगे गुरुकुल में पढ़ने वाले ही देश चलाएंगे। 20-25 साल बाद बताऊंगा प्रयोग करके।