इजरायल-फिलीस्तीन की जंग में हुई भारत की एंट्री, शांतिदूत बनकर संघर्ष को रोकने का करेगा प्रयास
इजरायल और फिलिस्तीन के बीच इन दिनों भयानक संघर्ष चल रहा है. दोनों देशों के बीच ये संघर्ष 7 मई को शुरू हुआ था, जिसमें अभी तक कई लोगों की मौत हो चुकी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इजरायल के हमले में गाजा (फिलिस्तीन का एक क्षेत्र) में अभी तक 48 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 14 बच्चे और 3 महिलाएं भी शामिल हैं.
इजरायल के साथ भारत के रिश्ते अच्छे हैं,सो ऐसे वक्त पर अगर भारत “शांतिदूत” बनने की पहल करता है,तो ऐसा संभव नहीं कि इसरायल उसके सुझावों को सिरे से नकार दे.वक़्त का तकाजा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मित्र व इसरायल के पीएम बिन्यमीन नेतन्याहू से फ़ोन पर वार्ता करके इस संघर्ष को रोकने का कूटनीतिक खाका पेश करते हुए भारत के रुख को ज़ाहिर करें.
गौरतलब है कि पिछले पांच दिनों से इजरायली सेना और फ़लस्तीनी चरमपंथियों के बीच संघर्ष जारी है. इजरायल ने गाज़ा में अपनी कार्रवाई तेज़ कर दी है,तो वहीं फ़लस्तीनी इजरायल के शहरों में रॉकेट दाग रहे हैं.मारे गए लोगों में हमास के कई बड़े कमांडर भी बताए जा रहे हैं. इसके अलावा 300 से भी ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं.