अब प्रत्येक ग्राम पंचायत में बनेगा बारात घर और अंन्तेष्टि स्थल
स्टार एक्सप्रेस/ अंकुश यादव
लखनऊ. यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की पहल पर उत्तर प्रदेश की सभी 58,189 ग्राम पंचायतों में बारात घर और अन्तेष्टि स्थल बनाए जाने का मसौदा तैयार किया गया है और इसका प्रस्ताव बनाकर वित्त विभाग को प्रेषित किया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रत्येक बारात घर की लागत लगभग 30 लाख रुपये और अंत्येष्टि स्थल की लागत लगभग 24 लाख 36 हजार रुपये आकलित की गई है। इस तरह 58189 ग्राम पंचायतों में बारात घर बनाने में 17456.70 करोड़ रुपये और अंत्येष्टि स्थल बनाए जाने में 14174.84 करोड़ रुपये की धनराशि व्यय होगी।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि बारात घर और अन्तेष्टि स्थल तक सुगमता से पहुंचने के लिए मार्ग बनाए जाने की भी व्यवस्था की जाएगी और वहां पर सामुदायिक शौचालय बनवाने जाने और प्रकाश की भी व्यवस्था जैसी अवस्थापना सुविधाओं का भी विकास किया जाएगा।
आखिर क्यों जरूरी हैं बारात घर और अंत्येष्टि स्थल?
उप मुख्यमंत्री ने बताया कि जिलों और विभिन्न क्षेत्रों के उनके भ्रमण के दौरान आम जनता और जनप्रतिनिधियों द्वारा बारात घर और अंन्तेष्टि स्थल बनवाने की मांग की जाती रही है और इस तरह के सुझाव भी दिए जाते रहे हैं।
मौर्य ने कहा कि जनमानस की परेशानियों के दृष्टिगत यह प्रस्ताव तैयार किया गया है और वर्तमान समय की ग्रामीण जनता की वास्तविक आवश्यकता भी है क्योंकि पहले जिन घरों के सामने काफी जगह पड़ी रहती थी, वहां बारातो के ठहरने व ग्रामीण संस्कृति से जुड़े विभिन्न परम्परागत कार्यक्रम आसानी से होते रहते थे। बढ़ती आबादी के चलते वहां पर आवासीय स्थल बन गये।
परिणाम स्वरूप गांवों में अब खुले स्थानों की अपेक्षाकृत कमी हुयी है और आम लोगों के विभिन्न आयोजनों के लिए कवर्ड एरिया भी बहुत ही कम है। प्राइमरी स्कूलों में भी बारातों आदि के ठहराने पर रोक भी लाजिमी है क्योंकि इससे शिक्षा व्यवस्था पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। ऐसे में गांवों में बारात घरों का निर्माण किया जाना आज की अनिवार्य आवश्यकता है और यह औचित्यपूर्ण भी है।