कर्नाटक में कमल खिलाने की योजना, BJP ने बनाई सुपर 60 टीम

स्टार एक्सप्रेस/संवाददाता

दिल्ली : बीजेपी ने गुजरात की तर्ज कर्नाटक पर में भी कमल खिलाने की खास योजना तैयार कर ली है। इस योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है इसके जरिए बीजेपी कर्नाटक की उन कमजोर सीटों पर भी बीजेपी उम्मीदवारों को जीत दिलाने की प्लानिंग कर रही है, इस बार बीजेपी खास रणनीति के तहत काम कर रही है। पार्टी ने चुनाव की कमजोर सीटों को जिताने के लिए विभिन्न राज्यों के अनुभवी नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है. इन नेताओं ने मौके पर पहुंचकर स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ रणनीति के तहत काम करना शुरू कर दिया है।

भारतीय जनता पार्टी ने गुजरात की तर्ज पर कर्नाटक में भी फिर से सरकार बनाने की खास रणनीति तैयार कर ली है। इस रणनीति की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसके जरिए बीजेपी कर्नाटक की 60 कमजोर सीटों पर अपने उम्मीदवारों को जिताने में पूरा जोर लगाएगी। यहां चुनावी फीडबैक के आधार पर जो कमजोर सीटें मानी जाती हैं, उन्हें मजबूती दी जाएगी।

कर्नाटक की सीटों पर जीत के लिए बीजेपी ने अपने 60 नेताओं की स्पेशल टीम बनाई है। इन्हें राज्य में बहुमत का आंकड़ा 112 से ज्याद सीटों पर जीत के लक्ष्य के साथ राज्य में इन नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है। इन 60 सीटों में खासतौर पर वो सीटें शामिल हैं, जिन पर साल 2018 में बीजेपी  दूसरे नंबर पर रही थी या बेहद मामूली अंतर से हारी थी।

इन राज्यों के नेताओं को किया गया टीम शामिल

बीजेपी ने अपनी इस टीम सुपर 60 में उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और दिल्ली के ऐसे नेताओं को शामिल किया है, जिन्हें संगठन  में काम करने के साथ चुनावी राजनीति का अच्छा खासा अनुभव है। इस टीम सुपर 60 के सभी नेताओं को कर्नाटक की एक-एक कमजोर सीट को जिताने की जिम्मेदारी दी गई है इसी के साथ ये नेता उस जिले की अन्य विधानसभा सीटों की मॉनीटरिंग का काम भी देखेंगे।

सांसद प्रवेश वर्मा को दी गई हावेरी विधानसभा की जिम्मेदारी

इस टीम सुपर 60 में शामिल नेताओं और उन्हें दी गई जिम्मेदारी की बात करें तो दिल्ली से बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा को हावेरी विधानसभा की जिम्मेदारी दी गई है। इसके साथ ही उन्हें हावेरी जिले की अन्य विधानसभा सीटों की मॉनीटरिंग का दायित्व भी सौंपा गया है दिल्ली से ही बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी को हासन जिले की बैलूर विधानसभा सीट की जिम्मेदारी दी गई है, इसी के साथ-साथ हासन जिले की अन्य सीटों की मॉनीटरिंग का दायित्व भी दिया गया है।

इनके अलावा उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, मथुरा से विधायक श्रीकांत शर्मा, झारखंड से सांसद निशिकांत दुबे, यूपी से विधायक सतीश द्विवेदी और आंध्र प्रदेश के नेता पी सुधाकर रेड्डी सहित कई अन्य नेताओं को टीम में अलग-अलग इलाकों का दायित्व दिया गया है।

दिल्ली के पूर्व मेयर को सौंपी गई इस विधानसभा की जिम्मेदारी

राजीव बब्बर मैसूर सिटी विधानसभा पर जीत दिलाने के साथ ही मैसूर की विधानसभाओं की मॉनीटरिंग करेंगे। दिल्ली के पूर्व मेयर जय प्रकाश को रामनगर जिले की सीटों की मॉनीटरिंग के साथ ही मगडी विधानसभा सीट जिताने की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं आशीष सूद को बैडगी विधानसभा को जिताने की जिम्मेदारी दी गई है।

दिल्ली से विधायक विजेंदर गुप्ता और अजय महावर को भी टीम में शामिल किया गया है। बिहार से  विधायक विजेंदर गुप्ता और अजय महावर को भी टीम में शामिल किया गया है। बिहार से विधायक संजीव चौरसिया को चिक्कोडी विधानसभा का दायित्व दिया गया है। करनाल से पार्टी के सांसद संजय भाटिया को तुमकूर जिले की गुब्बी विधानसभा का प्रभारी बनाया गया है।

सभी नेताओं ने संभाल ली कमान

टीम सुपर 60 के सभी सदस्यों को 11 अप्रैल तक कर्नाटक पहुंचकर अपने-अपने क्षेत्र में विधानसभा चुनाव की कमान संभालने को कहा गया था। सभी नेताओं ने पहुंचकर कमान संभाल भी ली है। अब एक महीने तक वहीं प्रवास कर मीटिंग करेंगे। कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर चुनावी रणनीति बनाएंगे और उन्हें वोटरों के घरों में जाकर पार्टी के लिए वोट मंगाने हैं।

टीम सुपर 60 चुनावी दंगल में पार्टी के हिसाब से अपने-अपने क्षेत्रों में चुनावी अखाड़े की मिट्टी तैयार करेगी। इसी के साथ उम्मीदवारों को चुनावी अखाड़े में अपने मजबूत विरोधियों से कैसे जिताएं, इसको लेकर भी रणनीति तय करेगी।

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