Lakhimpur Kheri Violence Case: किसानों को न्याय दिलाने व आरोपियों को सजा देने की मांग को लेकर निकाला गया जुलूस मार्च

यदि सरकार किसानों को न्याय देने के लिए जरा सी भी इच्छाशक्ति रखती है तो पहले वह गृह राज्यमन्त्री अजय मिश्रा उर्फ टेनी को बर्खाश्त करे। तभी निष्पक्ष जाँच की सम्भावना की जा सकती है अन्यथा न्याय की बात बानगी भर है: कुलदीप जनवादी

स्टार एक्सप्रेस डिजिटल.

सुलतानपुर (विनोद/ आदिल)

Lakhimpur Kheri Violence Case: लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई घटना के बाद जहां एक तरफ सियासी घमासान मचा हुआ है वहीं दूसरी तरह जनता में काफी आक्रोश देखा जा सकता है। घटना के 6 दिन बाद भी मुख्य आरोपी गृह राज्य मंत्री के बेटा आशीष मिश्र अब भी पुलिस की पहुंच से बाहर है।

इसी के मद्देनजर गुरुवार को उत्तर प्रदेश के जनपद सुलतानपुर में आक्रोशित लोगों ने केन्द्र व राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के खिलाफ मशाल जुलूश निकालकर अपना रोष प्रकट किया। यह जुलूस हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिक एसोशिएसन (HSRA) के राष्ट्रीय संयोजक एडवोकेट कुलदीप यादव जनवादी के नेतृत्व में निकाला गया। इसमें किसानों के साथ हुए नरसंहार के पूरे घटनाक्रम के मुख्य आरोपी गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र उर्फ टेनी को बर्खाश्त करने व उनके बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू को जेल भेजने व फाँसी देने की माँग की गई।

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किसानों को श्रद्धांजलि देते हुए संगठन के राष्ट्रीय संयोजक एड. कुलदीप यादव जनवादी ने कहा कि मोदी नीति व जो भाजपा सरकार है वह किसानों का दमन करने का काम कर रही है। लखीमपुर खीरी में मोदी सरकार में गृह राज्यमन्त्री अजय मिश्र उर्फ टेनी ने व उसके बेटे भाजपा नेता आशीष मिश्र उर्फ मोनू ने किसानों को गाड़ी से कुचल कर नरसंहार करने का जघन्य अपराध किया। उसके बाद भी गृह राज्यमंत्री अपने पद पर बना हुआ है और किसानों का हत्यारा खुलेआम घूम रहा है जिससे किसानों को न्याय मिलना दूर की कौड़ी है।

कुलदीप ने आगे कहा कि संगठन की माँग है कि यदि सरकार किसानों को न्याय देने के लिए जरा सी भी इच्छाशक्ति रखती है तो पहले वह गृह राज्यमन्त्री अजय मिश्रा उर्फ टेनी को बर्खाश्त करे। तभी निष्पक्ष जाँच की सम्भावना की जा सकती है अन्यथा न्याय की बात बानगी भर है।

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उन्होंने कहा कि केन्द्र में सत्तासीन मोदी सरकार किसान मजदूर छात्र नौजवान विरोधी है। विगत 10 महीने से शांतिपूर्ण व लोकतान्त्रिक तौर तरीके से आन्दोलन चल रहा है लेकिन कहीं भी किसान आन्दोलन हिंसक नहीं रहे हैं, इतिहास गवाह है। लेकिन हिस्ट्रीशीटर गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र उर्फ टेनी व उसके बेटे आशीष मिश्र उर्फ मोनू ने किसानों का नरसंहार करके कानून व्यवस्था व लोकतंत्र को धता बताते हुए गुण्डागर्दी की पराकाष्ठा को पार करने का काम किया है।

मशाल जुलूस में संगठन के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एडवोकेट इंदल यादव, विनोद, धर्मेन्द्र यादव, रमेश गौतम, मनोज यादव, जिलाउपाध्यक्ष रवि प्रजापति, मीडिया प्रभारी विवेक प्रियदर्शी, कैसर अब्बास , मो.तशकील, सुमित, देव यादव, रमेश, मनोज, दुर्गेश, सुनील समेत सैकड़ों लोग शामिल रहे।

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