गणपति जी को विसर्जन करने का जानिये मुहूर्त और सही विधि

31 अगस्त 2022 को गणेश चतुर्थी से गणेश उत्सव की शुरुआत हो चुकी है।

स्टार एक्सप्रेस

डेस्क. 31 अगस्त 2022 को गणेश चतुर्थी से गणेश उत्सव की शुरुआत हो चुकी है। 10 दिन तक गणपति उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। ढोल, नगाड़ो के साथ गणेश चतुर्थी पर लोग बप्पा को घर लाते हैं। उनकी विधिवत पूजा अर्चना की जाती है। सुबह-शाम भक्तिभाव से गौरी पुत्र गणेश जी के मन पसंद फल, मिठाई का भोग लगाया जाता है। कुछ भक्त डेढ़, तीन या पांच दिन तक भी गणपति की पूजा कर उनका विसर्जन कर देते हैं। जो लोग इस साल तीसरे दिन यानी कि 2 सितंबर 2022 को बप्पा को विदा करना चाहते हैं वो यहां इस दिन का विसर्जन का मुहूर्त और नियम जान लें।

तीसरे दिन गणपति विसर्जन 2022 मुहूर्त

तीसरे दिन गणेश विसर्जन सुबह का मुहूर्त – प्रातः 5 बजकर 59 मिनट से 10 बजकर 43 मिनट तक

तीसरे दिन गणेश विसर्जन शाम का मुहूर्त – शाम 5 बजकर 07 मिनट से 6 बजकर 42 मिनट तक

गणपति विसर्जन की विधि

भगवान गणेश जिस तरह धूमधाम से घर में विराजमान होते हैं उसी तरह उन्हें विदाई देना चाहिए. नाचते, गाते, रंग गुलाल उड़ाते हर्षोउल्लास के साथ बप्पा का विसर्जन किया जाता है। विसर्जन पर कई लोग भावुक हो जाते हैं।
विसर्जन से पहले विधिवत गणपति की पूजा करें। उन्हें दूर्वा, पुषप, रोली, मौली, गुलाल, अबीर, सिंदूर, नारियल, अक्षत, हल्दी, कुमकुम, लौग, पान, सुपारी अर्पित करें। गजानन का प्रिय भोग मोदक, लड्डू उन्हें चढ़ाएं।
तीसरे दिन विर्सजन पर एक चौकी पर गंगाजल छिड़कर उसे पवित्र करें और फिस उसपर स्वास्तिक बनाएं। लाल रंग का वस्त्र बिछाएं। गणपति बप्पा की प्रतिमा इस पाट पर रख दें। सभी अर्पित की वस्तु पाट पर रख दें। अब आरती करें और बप्पा से क्षमा याचना करें।
अगले बरस जल्द आने की कामना करें। पूरे सम्मान के साथ नदी, तालाब या फिर घर में ही किसी पानी के टब में गणपति का विसर्जन करें।

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