NCP की कमान किसे? थोड़ी देर में बैठक, छगन भुजबल ने दिया ये नया फॉर्मूला

शरद पवार ने 1999 में NCP का गठन किया था। वे  24 साल से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे,लेकिन अब उन्होंने बीच में ही पद छोड़ने का ऐलान कर दिया

स्टार एक्सप्रेस/संवाददाता

दिल्ली :  शरद पवार ने 1999 में NCP का गठन किया था। वे  24 साल से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। लेकिन अब उन्होंने बीच में ही पद छोड़ने का ऐलान कर दिया। शरद पवार के NCP चीफ के पद से इस्तीफे के ऐलान के बाद नए अध्यक्ष पर सस्पेंस बरकार है। जहां एक ओर पार्टी के नेता और कार्यकर्ता शरद पवार से फैसला बदलकर अध्यक्ष बने रहने की अपील कर रहे हैं।

तो वहीं पार्टी नेता छगन भुजबल ने नया फॉर्मूला दिया है। उन्होंने बताया कि हम शरद पवार को मनाने की कोशिश कर रहे हैं अगर वे मान जाते हैं, तो वही अध्यक्ष बने रहेंगे। लेकिन अगर वे नहीं मानते हैं, तो कमेटी बैठक कर नए अध्यक्ष का फैसला करेगी। हालांकि, छगन भुजबल ने कहा कि हम चाहते हैं कि सुप्रिया सुले राष्ट्रीय अध्यक्ष बन, देशभर में पार्टी का काम देखें। वहीं, अजित पवार को महाराष्ट्र में एनसीपी की कमान मिले।

अजित पवार भी एनसीपी दफ्तर पहुंच गए हैं

शरद पवार और सुप्रिया सुले मुंबई में NCP दफ्तर पहुंच गए हैं। प्रफुल्ल पटेल भी दफ्तर में मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि थोड़ी देर में एनसीपी की कमेटी की बैठक हो सकती है।

उधर, अजित पवार के घर पर NCP नेताओं का जमावड़ा लगा है। एनसीपी विधायक उनसे मिलने पहुंच रहे हैं। कुछ विधायक शरद पवार से मुलाकात करने के बाद अजित पवार से मिलने पहुंचे।

शरद पवार के अध्यक्ष पद छोड़ने के फैसले से महाराष्ट्र में एनसीपी के कार्यकर्ता और समर्थक दुखी हैं। वे शरद पवार से अपना फैसला बदलने की अपील कर रहे है अब शरद पवार के एक समर्थक ने उन्हें खून से पत्र लिखकर अध्यक्ष पद पर बने रहने के लिए कहा है। कुछ कार्यकर्ता धरने पर भी बैठ गए हैं।

अजित पवार के आवास बैठक जारी

अजित पवार अपने आवास देवगिरी में मौजूद हैं। एनसीपी विधायक और नेता उनसे मिलने के लिए पहुंच रहे हैं। जो विधायक उनसे मिलने  पहुंचे हैं, उनमें अनिल भाईदास पाटिल, दत्ता बर्ने, रोहित पवार शामिल हैं। कुछ नेता ऐसे भी हैं, जो शरद पवार से मुलाकात करने के बाद अजित पवार के घर पहुंचे इससे पहले मंगलवार रात को सुप्रिया सुले, अजित पवार और रोहित पवार ने शरद पवार के आवास सिल्वर ओक में उनसे मुलाकात की थी।

खून से लिखा खत

एनसीपी कार्यकर्ता संदीप काले ने शरद पवार को अपने खून से पत्र लिखा है। संदीप ने लिखा, सर आपका यह निर्णय किसी को भी स्वीकार्य नहीं है। इस सदमे में हम अनाथ हो गए हैं। पवार साहब आप हमारे भगवान हैं, हमारे आदर्श हैं। यह पत्र आपसे इस्तीफा देने के अपने फैसले को वापस लेने के लिए लिख रहा हूं।

शरद पवार के इस्तीफे पर सस्पेंस बरकरार

शरद पवार ने 1999 में एनसीपी का गठन किया था। वे पिछले 24 साल से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। पवार आखिरी बार  2022 में चार साल के लिए अध्यक्ष बने थे। लेकिन अब उन्होंने बीच में ही पद छोड़ने का ऐलान कर दिया। लेकिन पवार के इस्तीफे पर सस्पेंस बरकरार है। दरअसल, पार्टी में ही कुछ नेता अब उन पर ये दबाव बना रहे हैं कि वो अपने इस्तीफे को वापस ले लें और पार्टी की कमान उन्हीं के पास रहे, ऐसे में शरद पवार ने विचार करने के लिए अभी 2 से 3 दिन का समय मांगा है।

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