अरविंद केजरीवाल का नया दांव, BJP के अविश्वास प्रस्ताव वापस लेने के बाद,विश्वास प्रस्ताव पेश किया

नेता प्रतिपक्ष के मुताबिक अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए 1/5 विधायकों (14 विधायक) की संख्या की जरूरत होती है, मगर सदन में भाजपा के पास इतने विधायकों की संख्या नहीं है।

स्टार एक्सप्रेस संवाददाता

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा में बीजेपी के अविश्वास प्रस्ताव वापस लेने के बाद अरविंद केजरीवाल ने नया दांव चला है। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने दिल्ली विधानसभा सदन में खुद विश्वास प्रस्ताव पेश किया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सदन में कहा कि विपक्ष के लोग हमारे खिलाफ नो कॉन्फिडेंस मोशन लेकर आना चाहते हैं। पता चला कि नो कॉन्फिडेंस मोशन के लिए 14 विधायकों की जरूरत है तो बहुत डराया-धमकाया लेकिन BJP वाले विधायक नहीं जुटा पाए और प्रस्ताव वापस ले लिया। सदन में विपक्ष की सारी सीटें खाली हैं। सदन में हम विश्वास प्रस्ताव लेकर आ रहे हैं। वह चाहे तो आकर बोल सकते हैं। मैं प्रस्ताव पेश करता हूं कि यह सदन मंत्री परिषद पर विश्वास व्यक्त करता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 3 बजे विधान सभा को संबोधित करेंगे। अपने खुद पेश किए हुए विश्वास मत पर अरविंद केजरीवाल बोलेंगे।

आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल सरकार के खिलाफ भाजपा अविश्वास प्रस्ताव लाने वाली थी, मगर आज अविश्वास प्रस्ताव लाने से भाजपा पीछे हट गई है। बजट सत्र की शुरुआत में ही दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामबीर बिधूड़ी ने अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस स्पीकर को दिया था। तब स्पीकर ने कहा था कि बजट के बाद नियमों के तहत इस पर विचार करेंगे। रामबीर बिधूड़ी के अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने कहा था कि भाजपा के पक्ष में वोट करने के लिए हमारे विधायकों को लालच दिया जा रहा है और CBI व ED का डर दिखाया जा रहा है।

हालांकि, आज भाजपा ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव वापस ले लिया। नेता प्रतिपक्ष के मुताबिक अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए 1/5 विधायकों (14 विधायक) की संख्या की जरूरत होती है, मगर सदन में भाजपा के पास इतने विधायकों की संख्या नहीं है। रामवीर सिंह बिधूड़ी ने नियम 55 के तहत भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चर्चा की मांग उठाई थी।

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