44 जवानों के शहीद होने के बाद मोदी गवर्नमेंट आई इस एक्शन मोड में
पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा जम्मू व कश्मीर के पुलवामा में किए गए आतंकवादी हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस (सीआरपीएफ) के 44 जवानों के शहीद होने के बाद मोदी गवर्नमेंट एक्शन मोड में आ गई है व आतंकवादी गतिविधियों में पाक की मिलीभगत की पोल खोलकर उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग करने की रणनीति बनाने में लग गई है। गवर्नमेंट अपनी रणनीति के तहत राष्ट्र के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर सबको अपने विश्वास में लेने की प्रयास में लग गई है, ताकि इस घटना का पाक को सैन्य स्तर पर मुंहतोड़ जवाब दिया जा सके।
इस कायराना हमले के बाद मोदी गवर्नमेंट के कदमों से यह इशारा मिलता है कि गवर्नमेंट की रणनीति यह होगी कि आम-सहमति से बदले की कार्रवाई की जा सके, इसलिए गवर्नमेंटने विभिन्न स्तरों पर वार्तालाप प्रारम्भ कर दी है व प्रतिघात के लिए सभी विकल्पों को तलाश रही है। अमेरिका, चाइना रूस, कनाडा, आस्ट्रेलिया व यूरोपीय संघ से लेकर अफगानिस्तान, इजरायल, सऊदी अरब व इंडोनेशिया सहित विश्वभर के राष्ट्र हिंदुस्तान के समर्थन में आ गए हैं व उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ एकजुटता जाहीर की है।
पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के एक दिन बाद हिंदुस्तान ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय पटल पर पाक को अलग-थलग करने का अभियान प्रारम्भ किया व विदेश सचिव विजय गोखले ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लगभग दो दर्जन राजदूतों से मुलाकात की। हिंदुस्तान ने पाक से मोस्ट फेवर्ड नेशन (एमएफएन) का दर्जा भी वापस ले लिया।