साइलेंट किलर बन रहा है बीपी

जनेश्वर मिश्र और लोहिया पार्क में 10 किलोमीटर चलाएं साइकिल नहीं होगा बीपीः अखिलेश यादव

यह लोगों की सेहत से जुड़ा मसला है। हर किसी को इसे गंभीरता से लेना चाहिए, मीडिया इसका प्रचार करे, जिससे लोगों में जागरुकता आएः वेद प्रकाश, चिकित्सा उपाधीक्षक केजीएमयू

लखनऊ ()। सीएम अखिलेश यादव ने ग्रेट इंडिया बीपी कैंपेन की शुरुआत अपने पांच कालीदास मार्ग के सरकारी आवास से की है। इस मौके पर सीएम ने कहा कि ब्लड प्रेशर पर निगाह रख बेहद जरूरी है। हेल्थ सेक्टर लगातार बेहतर काम कर रहा है। इस तरह के कैंपेन से लोग बीपी को लेकर संजीदा होंगे। कार्यक्रम का मकसद साइलेंट किलर के तौर पर पहचान बना रहे ब्लड प्रेशर को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाना था। इस दौरान मुख्यमंत्री और पत्रकारों का भी ब्लड प्रेशर नापा गया, हालांकि मुख्यमंत्री का ब्लड प्रेशर कितना है यह बताने से डॉक्टरों ने इनकार कर दिया।

बहुत तेजी से फैल रही है यह बीमारी

सीएम ने कहा, “आज की जीवन शैली में व्यक्ति को शांत होकर काम करना चाहिए। बिना कारणों के टेंशन से दूर रहे और खुश रहे। डॉक्‍टरों ने भी बताया है कि यह बीमारी बहुत तेजी से फैल रही है। राज्य सरकार ने जन जागरूकता के लिए इस कार्यक्रम को शुरू किया है, जिसमें सभी की सहभागिता जरूरी है।” कार्यक्रम के दौरान स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री अहमद हसन, मंत्री राजेंद्र चौधरी, प्रमुख सचिव अरविंद कुमार आदि मौजूद रहे।

किंग जार्ज मेडिकल युनिवर्सिटी (केजीएमयू) के बैनर तले ये कैंपन लगाया गया है। मेडिकल युनिवर्सिटी और कार्डियोलॉजी सेंटर में मरीज के साथ आए तीमारदारों का भी चेकअप किया जाएगा। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री अहमद हसन ने बताया कि यह ब्लड प्रेशर प्रोग्राम भी अच्छी शुरुआत है। सरकार ने स्वास्थ्य की दिशा में अच्छा काम किया है। मेडिकल सीट बढ़ाने के साथ बेहतर सुविधाएं और साधन देने का काम किया है। इसके लिए सीएम के साथ विभाग और अधिकारी बधाई के पात्र है।

केजीएमयू के वीसी प्रो. रविकांत ने बताया कि बीपी की गड़बड़ी को लेकर देश में 30 साल से कम उम्र के लोगों का 15 प्रतिशत है। पूरे विश्‍व में यह दर केवल 3 प्रतिशत ही है। बीपी के कारण हार्ट अटैक, ब्रेन अटैक, किडनी फेल होना आदि प्रमुख है। इस कार्यक्रम के तहत सरकार लोगों को बीपी के प्रति जागरूक करने की ओर कदम बढ़ा रही है। यदि आपको स्‍वस्‍थ्‍य रहना है, तो बीपी और शुगर से बचना होगा और रोज वॉक करना होगा। गांवों में लोगों को अक्‍सर लकवा मार जाता है, इसका बचाव बीपी कंट्रोल करने से ही होगा।

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