यूपी में ओमिक्रोन का कहर, NRI समेत चार लोग मिले कोरोना पॉजिटिव

 स्टार एक्सप्रेस डिजिटल : ब्रिटेन की नागरिकता ले चुके युवक समेत चार लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। बरेली में पैदा हुए और ब्रिटेन की नागरिकता ले चुके युवक ने दो दिन पहले राजेंद्रनगर की निजी लैब में जांच कराई थी। उसका मोबाइल नंबर गलत निकला है। पहचान पत्र के रूप में ब्रिटिश पासपोर्ट होने की वजह से पता ट्रेस नहीं हो पा रहा है।इसकी सूचना स्टेट सर्विलांस टीम को दे दी गई है। अन्य संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की जांच कराने की तैयारी की जा रही है। राजेंद्रनगर स्थित फोकस लैब में बीते 3 दिसंबर को ब्रिटेन की नागरिकता ले चुके युवक की कोरोना की जांच हुई थी। उसने पहचान पत्र के लिए ब्रिटिश पासपोर्ट दिया था।

युवक की रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आने पर स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी गई। जब एनआरआई को फोन किया गया तो पता चला कि मोबाइल नंबर गलत है। एसीएमओ डा. हरपाल सिंह ने बताया कि उसकी रिपोर्ट के साथ फोकस लैब ने जो मोबाइल नंबर दिया था, वह सैंपल कलेक्शन करने गए कर्मचारी का है।

ब्रिटिश पासपोर्ट होने की वजह से कोरोना संक्रमित का पता भी नहीं ट्रेस हो पा रहा है। लैब की लापरवाही के चलते नोटिस जारी किया गया है और जवाब मांगा गया है। साथ ही कोरोना संक्रमित मिले मरीज की जानकारी जुटाकर देने को कहा गया है। वहीं, गैस एजेंसी पर काम करने वाली 56 साल की महिला की रिपोर्ट कोरोना संक्रमित मिली है। वह त्रिवटीनाथ मंदिर के पास बीडीए कालोनी में मंदिर रहती है। वह दो सप्ताह पहले फरीदाबाद में एक शादी में गई थी। उसके संपर्क में करीब 30 लोग आए हैं, जिनकी मॉनिटरिंग शुरू हो गई है।

बिथरी के पदारथपुर के 23 साल के युवक की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। वह पेशे से राजमिस्त्री है। वह दुबई जाने वाला था और जाने से पहले उसने कोविड की जांच कराई थी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद वह होम आइसोलेशन में है। परिवार के अन्य सदस्यों की सेहत की जांच कराई जा रही है।

उत्तराखंड के सितारगंज की 23 साल की महिला की रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आई है। वह जेल में बंद परिचित से मिलने आई थी। मिलाई से पहले उसकी कोरोना की जांच हुई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। महिला अपने घर चली गई है और इसकी सूचना सितारगंज के स्वास्थ्य विभाग को दे दी गई है।

एसीएमओ डा. हरपाल सिंह ने कहा, फोकस लैब ने संक्रमित मरीज का जो मोबाइल नंबर दिया है, वह गलत है। उसका पता भी स्पष्ट नहीं है जिससे उसे ट्रेस किया जा सके। यह बड़ी लापरवाही है। लैब को नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया है।

फोकस लैब के मैनेजर अनुज सक्सेना ने कहा, मुझे इसकी जानकारी नहीं है कि कौन पॉजिटिव आया है। जो पॉजिटिव आते हैं, उनकी सूचना सीएमओ कार्यालय भेज दी जाती है। कोई और जानकारी मांगी गई है तो इसका पता नहीं है, शहर से बाहर हूं।

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