भारत-चीन रक्षा मंत्रालयों के बीच स्थापित होगी हॉटलाइन
भारत और चीन 12 साल पुराने एक रक्षा समझौते में सुधार करने और आपसी विश्वास बढ़ाने के उपायों के हिस्से के रूप में दोनों देशों के रक्षा मंत्रालयों के बीच एक हॉटलाइन स्थापित करने के लिए बातचीत कर रहे हैं। इस कार्य के जल्द पूरा होने की उम्मीद है। दोनों देशों की सेनाओं के बीच हॉटलाइन को आपसी विश्वास बढ़ाने के प्रमुख उपाय के रूप में माना जाता है क्योंकि दोनों मुख्यालयों को सीमा पर गश्त के दौरान तनाव रोकने और दोकलम जैसे गतिरोध से बचने के लिए संचार को तेज बनाने में मदद मिलेगी।
चीनी रक्षा मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि भारत और चीन 12 साल पुराने एक रक्षा समझौते को अद्यतन करने और विश्वास बहाली के उपायों के तहत दोनों रक्षा मंत्रालयों के बीच एक ‘‘हॉटलाइन’’ स्थापित करने के लिए वार्ता कर रहे हैं।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल वु कियान ने बताया कि पिछले सप्ताह नयी दिल्ली में चीनी रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंग की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ हुई बैठक में दोनों देशों ने मोदी और चीन के राष्ट्रपति के बीच बनी अहम सहमति को आगे क्रियान्वित करने के तरीके पर गहन चर्चा की थी।