ब्लैक फंगस के मरीजों के आंकड़ों को लेकर केंद्र सरकार कर रही लीपापोती

स्टार एक्सप्रेस डिजिटल  : ब्लैक फंगस म्यूकोर माइकोसिस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस गम्भीर बीमारी से पीड़ित मरीजोे के इलाज मे इस्तेमाल होने वाला लाइपोसोमाल अम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन नही मिल रहा है। बड़ी संख्या में लोग इस दवा के लिए गुहार लगा रहे है। हाल ही में इंदौर की एक बच्ची का उसके पिता के लिए इंजेक्शन उपलब्ध कराने की गुहार वाला वीडियो देखकर सबको बहुत दुख हुआ है। अभी दिल्ली मे सेना के दो अस्पतालों में भर्ती सैनिकों को ब्लैक फंगस के इलाज मे इस्तेमाल होने वाले इस इंजेक्शन की कमी की खबर आई।

 

 

देशभर मे 22 मई तक इस फंगस बीमारी से पीड़ित मरीजो की संख्या 8848 बताई गई थी
इसके बाद 25 मई को मरीजों की संख्या बढ़कर 11, 717 हो गई। सिर्फ तीन दिन मे ही 2869 मरीज बढ़ गए म्यूकोर माइकोसिस जैसी बीमारी जिसमे 50 फीसदी तक मृत्यु दर होती है। इसको लेकर लापरवाही नही की जा सकती!

 

क्या कारण है कि 25 मई के बाद से केंद्र सरकार ने ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या नही बताई है। जबकि केंद्र सरकार राज्यों की संख्या बताई जा रही है तो ब्लैक फंगस मरीजों की संख्या क्यो नही बताई जा रही है

 

जानकारी से जागरूकता फैलती है और लोग सचेत हो जाते है इस बीमारी से पीड़ित मरीजों की संख्या की जानकारी लोगो को हर रोज उपलब्ध कराई जाए सरकार मरीजों की बढ़ती संख्या के आधार पर इस इंजेक्शन का उत्पादन और उपलब्धता बढ़ाये ताकि इस गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को भटकना न पड़े।

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