ब्रिटेन और भारत ने माइग्रेशन और मोबिलिटी के समझौते पर किए हस्ताक्षर, 3 हजार युवा कामगारों को मिलेगा वीजा
ब्रिटेन और भारत ने माइग्रेशन और मोबिलिटी से जुड़े एक समझौते पर हस्ताक्षर किए. विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि आर्थिक, सांस्कृतिक और अन्य माध्यम के जरिए भारत और ब्रिटेन के बीच संबंध गहरा हो सकेगा. इसको लेकर उचित कदम उठाए जा रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस सहमति पत्र को पूर्वव्यापी प्रभाव से मंजूरी दी गई ।सरकारी बयान के अनुसार, यह सहमति पत्र भारत के विदेश मंत्रालय तथा ब्रिटेन के वैश्विक नवोन्मेष गठजोड़ के राष्ट्रमंडल एवं विकास कार्यालय के बीच हुआ है ।
इसमें कहा गया है कि इस सहमति पत्र के माध्यम से भारत और ब्रिटेन ने वैश्विक नवोन्मेष गठजोड़ (जीआईपी) शुरू करने पर सहमति व्यक्त की ।ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के बीच ‘भगौड़े’ कारोबारी नीरव मोदी और विजय माल्या को लेकर भी बातचीत हुई. दोनों कारोबारियों पर फ्रॉड करने के आरोप हैं और दोनों फिलहाल ब्रिटेन में ही हैं. बातचीत के दौरान दोनों को जल्द से जल्द भारत को सौंपने पर चर्चा हुई.