जानिये किन राशि पर लगेगा शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण, बरते सावधानियां और उपाय

स्टार एक्सप्रेस डिजिटल: 24 जून 2020 से शनि मकर राशि में विराजमान हैं। अब शनि 29 अप्रैल 2022 को राशि परिवर्तन करते हुए कुंभ राशि में गोचर करेंगे। शनि के एक राशि से दूसरी राशि में जाने में करीब ढाई साल का समय लगता है। इस ढाई साल को एक चरण कहा जाता है। शनि को एक च्रक पूरा करने में 30 साल का समय लगता है। शनि राशि परिवर्तन की अवधि में कुंभ राशि वालों को सावधान रहने की जरूरत है।

 

 

 

शनि की साढ़े साती महादशा के कुल तीन चरण होते हैं। 29 अप्रैल 2022 को शनि के राशि परिवर्तन के साथ ही शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण शुरू होगा। शनि की महादशा का दूसरा चरण कुंभ राशि पर लगेगा। शनिदेव कुंभ राशि के स्वामी हैं। ऐसे में कुंभ राशि वालों पर शनि राशि परिवर्तन का खास असर होगा।

 

 

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पहले चरण में शनि मानसिक व शारीरिक कष्ट देते हैं। दूसरे चरण में आर्थिक व शारीरिक कष्ट प्रदान करते हैं। तीसरे चरण में शनिदेव महादशा से पीड़ित राशि वालों को दोनों चरणों में हुए नुकसान की भरपाई करवाते हैं।

 

 

 

कुंभ राशि वालों के पारिवारिक जीवन में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। बिजनेस में नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। सेहत संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं। आर्थिक मोर्चे पर उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। किसी काम को करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ सकती है।

शनि की साढ़े साती के दौरान बरतें सावधानी-

1. वाद-विवाद से बचें।
2. वाहन चलाने में सावधानी बरतें।
3. इस दौरान यात्रा से बचें।
4. मांस या शराब के सेवन से बचें।

 

 

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