कोरोना की दूसरी लहर के बढ़ते कहर से PM मोदी पर बढ़ा पूरे देश में लॉकडाउन का दबाव, क्या होगा फैसला ?
कोरोना वायरस की दूसरी लहर में हर दिन लाखों लोग संक्रमित हो रहे हों लेकिन सरकार का दावा है कि देश के 180 जिलों में सप्ताह भर से कोई नया मामला सामने नहीं आया है। ठीक इसी तरह 18 जिलों में 14 और 54 जिलों में 21 दिन से नए मामले नहीं मिले हैं। जबकि 32 जिले ऐसे हैं जो रेड जोन से बाहर हैं। यहां बीते 28 दिन से कोई भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित नहीं हुआ है।
कोरोना की दूसरी लहर सामने आने के बाद लॉकडाउन या कर्फ्यू का फैसला राज्य सरकारें ही ले रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में भी कहा कि राज्य ही इस पर फैसला ले, लेकिन दिन ब दिन बिगड़ते हालात के बीच राज्यों की ये सख्तियां नाकाफी साबित हो रही हैं। अब केंद्र सरकार पर दबाव डाला जा रहा है कि वह राष्ट्रव्यापी सख्ती लॉकडाउन का ऐलान करे।
देश के कई नामी डॉक्टरों के बाद अब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखी है कि यदि देश को कोरोना से बचाना है तो पूरे देश में लॉकडाउन लगाया जाना चाहिए।
शनिवार को कोरोना महामारी की स्थिति को लेकर हुई मंत्री समूह की 25वीं बैठक में अधिकारियों ने बताया कि देश में 4.88 लाख मरीज इस समय आईसीयू में हैं। जबकि 1.70 लाख वेंटिलेटर और 9.02 लाख मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट बेड पर हैं।