केजरीवाल ने केंद्र सरकार से सीबीएसई की 12वीं बोर्ड की परीक्षा रद्द कराने की कि अपील

स्टार एक्सप्रेस डिजिटल :  दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र से एक बार फिर कोरोना महामारी के चलते 12वीं बोर्ड परीक्षा रद्द करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि बच्चों का रिजल्ट पिछली परफॉर्मेंस के आधार पर निकाला जाना चाहिए। उन्होंने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, 12वीं की परीक्षा को लेकर बच्चे और पेरंट्स काफी चिंतित हैं। वे चाहते हैं कि बिना वैक्सिनेशन, 12वी की परीक्षा नहीं होनी चाहिए। मेरी केंद्र सरकार से अपील है कि 12वीं की परीक्षा रद्द की जाए। पिछले परफॉर्मेंस के आधार पर उनका आकलन किया जाए।

 

इससे पहले दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने 12वीं की बोर्ड परीक्षा पर केंद्र सरकार द्वारा सुझाए दोनों विकल्पों को खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा था कि दोनों प्रस्ताव बच्चों को अतिरिक्त जोखिम में डालते हैं। केंद्र को भेजे सुझाव में उन्होंने कहा था कि अगर वैक्सीनेशन नहीं तो बोर्ड परीक्षा रद्द की जाए। उन्होंने केंद्र से अपील करते हुए कहा- दुनिया में 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए जो भी टीका मौजूद है, उसे भारत लाया जाए।

 

 

सिसोदिया ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को भेजे पत्र में कहा कि यह हमारे सामने चुनौती है कि बच्चों के जीवन को बिना खतरे में डाले बगैर परीक्षा कैसे कराई जाए। तीसरी लहर में सबसे अधिक बच्चों को लेकर खतरा जताया जा रहा है। ऐसे में केंद्र का परीक्षा को लेकर जो प्रस्ताव है, वह बच्चों को और खतरे में डालता है। उन्होंने केंद्र को सुझाव दिया है कि विशेषज्ञों से सलाह ले कि क्या जो टीका हम 18 साल से ऊपर वालों को लगा रहे हैं, क्या वो साढ़े 17 साल के किशोरों को लगा सकते हैं।

 

 

अगर हां तो प्राथमिकता के आधार पर जिन बच्चों की उम्र साढ़े 17 साल से अधिक है, उन्हें टीका दिया जाए। सिसोदिया ने दूसरा सुझाव दिया कि फाइजर वैक्सीन जो 12 साल के अधिक बच्चों को लगा सकते हैं, उसे मगाया जाए। अगर टीका आ जाए तो शिक्षकों और बच्चों को प्राथमिकता के आधार पर टीका लगाया जाए। उन्होंने कहा कि उपरोक्त सुझावों पर काम करने के बाद ही परीक्षा आयोजित करने के बारे में विचार किया जाए।

 

केंद्र सरकार ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि वह 12वीं बोर्ड परीक्षाओं पर दो दिनों में अंतिम फैसला लेगा। दिल्ली सरकार 10वीं 12वीं कक्षा के अलावा अन्य कक्षाओं के बच्चों को बिना परीक्षा अगली कक्षा में प्रमोट करने का फैसला कर चुकी है।

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