29 महीने के निचले स्तर पर पहुंची थोक महंगाई, WPI मार्च में 1.34% पर पहुंची

Wholesale Inflation: मार्च में थोक महंगाई दर (WPI) घटकर 1.34 प्रतिशत पहुंच गई, जो कि मार्च में यह 3.85 प्रतिशत थी

स्टार एक्सप्रेस/संवाददाता

दिल्ली: देश में महंगाई के मोर्चो पर राहत भरी खबर आई है। सरकार ने आज यानी 17 अप्रैल को होलसेल प्राइस इंडेक्स यानी डब्ल्यूपीआई (WPI) आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी किए है। महंगाई के मोर्चे पर बड़ी राहत मिली है। मार्च में थोक महंगाई दर (WPI) घटकर 1.34 प्रतिशत पहुंच गई है। फरवरी में थोक महंगाई दर 3.85 पसेंट पर थी।

वहीं, इस साल जनवरी में यह 4.73 पर्सेट पर रही। मार्च 2022 में थोक महंगाई दर 14.63 पसेंट के लेवल पर थी। थोक महंगाई दर मार्च में पिछले 29 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई है। बता दें, बढ़ती महंगाई के कंट्रोल में आने की वजह से हाल ही रिजर्व बैंक ने रेपो रेट नहीं बढ़ाने का फैसला किया था।

लगातार 10वें महीने WPI में गिरावट

थोक महंगाई दर में लगातार 10वें महीने गिरावट देखने को मिली है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार जनवरी में होलसेल प्राइस इंडेक्स 4.73 प्रतिशत था। मार्च में फूड इंडेक्स इनफ्लेशन 2.76 प्रतिशत से घटकर 2.32 प्रतिशत हो गया। प्राइमरी अर्टिकल्स सेगमेंट के लिए मार्च में इनफ्लेशन रेट घटकर 2.40 पर्सेट पहुंच गया। इस साल फरवरी में यह 3 28 पसेंट पर था।

खाने-पीने का सामान हुआ सस्ता

बेसिक मेटल, खाने-पीने के सामान, टेक्सटाइल, नॉन फूड आर्टिकल, मिनरल रबर और प्लास्टिक, क्रूड पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस और पेपर एंड पेपर प्रोडक्ट की कीमतों में आई गिरावट की वजह से लगातार होलसेल प्राइस इंडेक्स में गिरावट देखने को मिली है। बता दें, कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्ट्री की तरफ से ये आंकड़े सोमवार को जारी किए गए हैं।

गेहूं और दाल का इनफ्लेशन रेट 9.16 प्रतिशत और 3.03 प्रतिशत क्रमशः रहा है। मौसमी सब्जियों के आने से आम आदमी को बड़ी राहत मिली है। मार्च में सब्जियों का इनफ्लेशन रेट (-)2.22 प्रतिशत रहा था। इसके अलावा, मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स का इंफ्लेशन रेट फरवरी में 1 94 प्रतिशत था। जोकि मार्च में घटकर (-) 0.77 प्रतिशत हो गया है।

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