निकाय चुनाव मे लोनी नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिये किस को मिलेगा भाजपा का सिंबल
स्टार एक्सप्रेस/संवाददाता
गाजियाबाद। प्रेस वार्ता के दौरान जैसे जैसे निकाय चुनाव के दूसरे चरण के लिये नामांकन की आख़री तारीख नजदीक आ रही है भावी प्रत्याशीयो के दिलो की धड़कन बढ़ती जा रही है भारतीय जनता पार्टी से टिकट मांगने वालों की लम्बी कतार है लोनी मे गुर्जर, जाट, त्यागी, वैश्य आदि समाज के मतदाता निर्णायक भूमिका मे है क्योंकि भाजपा संघठन मे सभी जातियों को सम्मान जनक पद मिले हुए है लेकिन यहाँ गुर्जर जाति की राजनीति दो धड़ो कसाना, बैसला मे बटी हुई है।
और काफ़ी समय से कसाना धड़े को उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिला है जबकि यहाँ सीमा विस्तार के बाद कसाना वोट बैंक बहुत ही निर्णायक भूमिका मे आ चुका है ऐसे मे भाजपा से कसाना को उम्मीदवार बनाना तय माना जा रहा है, क्योंकि भाजपा हमेशा से चौकाने वाले फैसलो के लिये जानी जाती रही है अब देखना दिलचस्प होगा भाजपा जनता की नब्ज को कितनी बारीकी से टटोल पाती है क्योंकि लोनी नगरपालिका दिल्ली से सटी हुई है यहाँ से दिल्ली की तरह ही लोकल मतदाताओं के साथ साथ बाहर से आकर बसे हुए मतदाता भी निर्णायक भूमिका मे है, यहाँ की कॉलोनीयो मे उतना विकास नहीं हुआ है।
जितना होना चाहिये अबकी बार यहाँ का मतदाता किसी ऐसे को बीजेपी से उम्मीदवार चाहता है जो शिक्षित हो सौम्य हो और सभी की आवाज बन सके, यहाँ बीजेपी से चुनकर जब भी कोई अध्यक्ष बना है वह रिपीट नहीं हुआ है चाहे कारण कुछ भी रहा हो। हर बार की तरह इस बार भी टिकट मांगने वालों मे ज्यादातर वो ही लोग है जो हर चुनाव मे टिकट मांगते है चाहे चुनाव जिला पंचायत का हो, विधानसभा का हो यहाँ तक की कुछ तो लोकसभा तक के दावेदार रहा चुके है।
अगर ये ही लोग हर चुनाव मे टिकट के लिये मारामारी करते रहेंगे तो फिर जो असल दावेदार है उनका क्या होगा, अभी फिलहाल पार्टी मे लोनी अध्यक्ष टिकट को लेकर जो सुगबुगाहट है उनमे दो नाम उभर कर आ रहे है एक बीजेपी मे लम्बे समय से जुड़े हुए समाज सेवी हरिओम कसाना की पुत्र वधू श्वेता ललित कसाना उनकी मतदाताओं पर मजबूत पकड़ है आपनी बिरादरी के साथ ही साथ उनकी पकड़ अन्य बिरादरीयो मे भी अच्छी है।
उनकी पुत्र वधू जो खुद भी राजनैतिक प्रष्ठ भूमि से आती है और बहुत ही सौम्य व मिलनसार शिक्षित उम्मीदवार है अगर बीजेपी उन्हें मौका देती है तो वह एक मजबूत प्रत्याशी होंगी, दूसरी तरफ जो नाम है वो पहचान का मोहताज नहीं है लोंनी मे प्रमुख व जिला पंचायत सदस्य रह चुके है और पहले भी कई चुनावों मे विधानसभा, आदि की टिकट की दौड़ मे शामिल रहे है, अब इसे संयोग माने या कुछ और दोनों ही दावेदार एक ही परिवार से है।
भाजपा के रणनीतिकार देखते किसे त्वज्जो देते है, अबकी बार लोनी नगरपालिका का चुनाव बहुत ही दिलचस्प होने वाला है क्योंकि नये परिसीमन से स्थितयां बहुत बदली है।