चुनाव ड्यूटी पर लगे डॉक्टरों को वापस अस्पताल बुलाने की मांग, UP कांग्रेस अध्यक्ष ने हाईकोर्ट से लगाई गुहार
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में कोविड-19 का संक्रमण बहुत तेजी से बढ़ रहा है। चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है। ऐसे में इस समय जहाँ डॉक्टरों को अस्पताल में होना चाहिए तो उनकी ड्यूटी पंचायत चुनाव में लगा दी गई है। ऐसा दावा उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार कर रहे हैं। इस मामले में उन्होंने हाईकोर्ट से स्वत: संज्ञान लेने की बात कही है।
अजय कुमार ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि- “अंधेर नगरी चौपट राजा; जिस समय डाक्टरों की सबसे ज्यादा ज़रूरत अस्पतालों में है, उनकी ड्यूटी पंचायत चुनावों में लगा दी गई है। मेरे विधानसभा तमकुही राज के सरकारी अस्पतालों के सभी डाक्टर सहित स्वास्थ्यकर्मी पंचायत चुनाव में ड्यूटी कर रहे हैं, कमोबेश यही स्थिति सभी चुनावी जिलों की है।”
अंधेर नगरी चौपट राजा
जिस समय डाक्टरों की सबसे ज्यादा ज़रूरत अस्पतालों में है, उनकी ड्यूटी पंचायत चुनावों में लगा दी गई है। मेरे विधानसभा तमकुही राज के सरकारी अस्पतालों के सभी डाक्टर सहित स्वास्थ्यकर्मी पंचायत चुनाव में ड्यूटी कर रहे हैं, कमोबेश यही स्थिति सभी चुनावी जिलों की है।
— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) April 28, 2021
उन्होंने कहा कि- “इस महामारी में जब लोग ईलाज और डाक्टर के अभाव में दमतोड रहे हैं। ऐसे समय में जिन जिलों में चुनाव है सरकारी अस्पतालों के डाक्टर सहित स्वास्थ्यकर्मियों की चुनाव में ड्यूटी लगाई गयी है।”
उन्होंने इस मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जवाब माँगते हुए ज़िम्मेदार लोगो पर तुरन्त कार्रवाई की भी बात कही है।
उन्होंने कहा कि- “जिन भी जिलों में डाक्टर और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की चुनाव में ड्यूटी लगायी गयी है उसे तुरन्त निरस्त करते हुये डाक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को अस्पताल पर वापस भेजा जाये।“
जिन भी जिलों में डाक्टर और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की चुनाव में ड्यूटी लगायी गयी है उसे तुरन्त निरस्त करते हुये डाक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को अस्पताल पर वापस भेजा जाये।
माननीय उच्च न्यायालय से मेरी विनती है कि मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुये जनहित में उचित निर्देश जारी करें।
— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) April 28, 2021
अजय कुमार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च न्यायालय से स्वत: संज्ञान लेने की गुहार लगाई है। साथ ही जनहित में उचित निर्देश जारी करने की भी बात कही है।