Sultanpur News: छात्र ही अध्यापक की पहचान होते है- प्रो शैलेन्द्र प्रताप

प्राचीन इतिहास विभाग में हुआ विदाई समारोह

स्टार एक्सप्रेस/संवाददाता

सुलतानपुर l राणा प्रताप पी0जी0 कॉलेज सुल्तानपुर में प्राचीन इतिहास विभाग का विदाई समारोह संपन्न हुआ ।कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्रबंधक सुरेंद्र नाथ सिंह प्राचार्य प्रोफ़ेसर डी0 के0 त्रिपाठी पूर्व प्राचार्य प्रो एम0पी0 सिंह व उपाचार्य प्रो निशा सिंह प्राचीन विभाग अध्यक्ष प्रोफ़ेसर डॉक्टर शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने माँ सरस्वती एवं राणा प्रताप के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।सरस्वती वंदना स्वाति मिश्रा ने प्रस्तुत किया ।छात्रों को संबोधित करते हुए प्रबंधक ने कहा कि छात्र महाविद्यालय के स्तम्भ होते हैं।

शिक्षा ग्रहण के बाद वे जहां भी होते हैं वह महाविद्यालय का नाम रोशन करते हैं । प्राचार्य ने कहा कि इतिहास, परिवार, समाज एवं राष्ट्र की स्मरण शक्ति का पैमाना है। इतिहास हमे अतीत से परिचय के साथ-साथ वर्तमान में जीना सिखाता है। पूर्व प्राचार्य प्रो एम पी सिंह ने कहा कि इन कार्यक्रमों से विद्यार्थियों में सांस्कृतिक उन्नयन होता है । वह मुखर होने के साथ-साथ आत्मविश्वास से भी परिपूर्ण हो जाते हैं ।

उपाचार्य डॉ0 निशा ने कहा कि शिक्षार्थी को निरंतर सीखने की जरूरत है। विभागाध्यक्ष डॉ0 शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि छात्र ही अध्यापक की पहचान होते है।दोनों ही दूसरे के पूरक है। कार्यक्रम में विभिन्न कार्यक्रमों नृत्य,गायन ,वादन छात्रों ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन ओमीका मोदनवाल एवं दीपा मौर्या ने किया। बी0ए0 भाग तीन की आस्था भट्ट को मिस फेयरवेल एवं अमन सिंह को मिस्टर फेयरवेल तथा एम0ए0 भाग दो में मिस फेयरवेल प्रिया शर्मा एवं मिस्टर फेयरवेल कृतज्ञश त्रिपाठी बने।कार्यक्रम में डॉ0प्रभात कुमार श्रीवास्तव, डॉ0 शिवभोले मिश्र,डॉ0विनय कुमार विश्वकर्मा उपस्थित रहे।

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