उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य की पहल पर मनरेगा कार्मिकों का होगा प्रशिक्षण
राज्य स्तर पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण 17 से 19 सितम्बर 2022 तक
मनरेगा कार्य को और प्रभावी बनाने एवं सभी पदाधिकारियों, प्रधानों एवं कर्मचारियों के क्षमतावर्धन के लिए दिया जाना है प्रशिक्षण
अंकुश यादव/ स्टार एक्सप्रेस
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की पहल पर ग्राम्य विकास विभाग में प्रशिक्षित मानव श्रृंखला तैयार करने के लिए मनरेगा के संचालन से जुड़े चुनिंदा लोगों को (ट्रेनर) को राज्य स्तर पर प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
तीन दिवसीय यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 17 से 19 सितंबर 2022 तक इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान लखनऊ में आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान प्रशिक्षणार्थियों को गांवों के विकास से जुड़ी योजनाओं के बारे में जानकारी दिये जाने के साथ ही उन्हें सही मायने में क्रियान्वित करने एवं पारदर्शिता के साथ लाभार्थियों तक पहुंचाने के लिए गहनता से जानकारी दी जायेगी।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि ग्राम पंचायतें लोकतंत्र की सबसे मजबूत इकाई हैं, वहां पर समस्त जन कल्याण से सम्बंधित योजनाओं को बनाना, क्रियान्वयन और अनुश्रवण किया जाना जरूरी है , ताकि गांव व गरीबों को सभी मूलभूत व बुनियादी सुविधाएं पूर्ण रूप से उपलब्ध करायी जा सकें।
मौर्य ने कहा कि गांवों के विकास के बगैर देश का विकास सम्भव नहीं है। इसी के दृष्टिगत वर्तमान सरकार गांवों के विकास पर पूरा जोर दे रही हैं। इसमें ग्राम्य विकास विभाग की विशेष व महत्वपूर्ण भूमिका है। इसी को ध्यान में रखते हुए गांवो से जुड़े सरकारी, विकास से जुड़े गैर सरकारी मानव संसाधन को प्रशिक्षित किये जाने की योजना तैयार की गयी है।
ग्राम्य विकास आयुक्त जी एस प्रियदर्शी ने बताया कि मनरेगा कार्य को और प्रभावी बनाने एवं सभी संबंधित पदाधिकारियों, प्रधानों एवं कर्मचारियों के क्षमतावर्द्धन के लिए राज्य स्तर पर, जिलों के प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण की व्यवस्था 17, 18 व 19 सितम्बर 2022 को लखनऊ स्थित इंदिरा गाँधी प्रतिष्ठान में की गयी है।
अपर आयुक्त मनरेगा योगेश कुमार ने बताया कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य जिला विकास खण्डों, पंचायत स्तर पर कार्य कर रहे अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, कर्मचारियों को विभागीय एम.आई.एस. पोर्टल पर की गयी नवीनतम व्यवस्थाओं से अवगत कराना है। इनमें मुख्य रूप से मनरेगा अर्न्तगत किये जा रहे समस्त कार्य यथा- वर्क आई डी सृजित करने, श्रमिकों द्वारा मांग पत्र उपलब्ध कराने, मस्टररोल प्राप्त करने तथा जमा करने आदि से लेकर श्रम संदाय तथा सामग्री भुगतान संबंधित समस्त कार्यवाही संबंधित व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाना है।