कथा व्यास पर होती है संस्कृति, संस्कार और सनातन की रक्षा का जिम्मा

 स्टार एक्सप्रेस / संवाददाता

श्रीराम कथा में जुट रहे लोग

बहराइच। अखिल भारतीय श्री राम-नाम जागरण मंच के तत्वावधान में 11 दिवसीय श्री राम कथा गंगवल गार्डन जेल रोड पर चल रही है। जिसमें सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु कथा सुनने के लिए पहुंच रहे हैं। श्रीराम कथा में व्यास शिवानंद ने कहा कि मैं संस्कृति, संस्कार और सनातन पर आधारित कथा कह रहा हूँ। क्योंकि इनकी रक्षा का उत्तरदायित्व प्रत्येक कथा व्यास और धर्मगुरु का होता है।

उन्होंने राम चरित मानस के मंगलाचरण के शेष श्लोकों की व्याख्या करते हुए कथा ऋषि भारद्वाज और महर्षि याग्यवलिक के संवाद तक कही। सीता राम वन हैं और उसमें विचरण करने वाले महर्षि वाल्मीकि कोयल हैं और प्रभु हनुमान जी तोता हैं। जिन्होंने इसी रूप को धारण करके गोस्वामी जी को राम जी के दर्शन कराये थे। आप सभी के जीवन में भी भगवान कभी न कभी आते हैं। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति को एक पल भी राम के बिना चैन नहीं मिला वही आगे चलकर तुलसीदास बना । आपकी मोबाइल में, गाड़ी में, ऑफिस में सीता राम के चित्र होने चाहिए।

प्रत्येक स्थिति में यदि राम की याद बनी रहे तो उसके बराबर न कोई पूजा है और न कोई भक्ति है। भगवान् के चरणों में अनुराग जैसी काम भावना, सनातन की रक्षा में क्रोध, अपनी संस्कृति का मद, सभी प्राणियों से मोह तथा राम नाम का लोभ भी जीवन को धन्य कर सकता है। कथा संचालक निर्मल शास्त्री ने मंगलमयी रामायण की आरती गाई और कथा समिति के सदस्य श्रवण कुमार शुक्ल, बजरंग कुमार मिश्र, जीतेन्द्र कुमार सिंह जीतू, जी सिंह, प्रमोद जादौन, ऋषि पांडेय, दिलीप कुमार त्रिपाठी, सनत पाठक, बृजेश पांडेय, अशोक त्रिपाठी, मंजूषा मिश्रा भी शामिल हुए।

Related Articles

Back to top button