प्रदेश में पेट्रोल-डीजल की बढ़ रही खपत, 500 करोड़ लीटर से अधिक पेट्रोल खर्च

बढ़ती महंगाई के बावजूद यूपी बेफिक्र है। प्रदेश में पेट्रोल-डीजल की खपत बढ़ रही है। हर साल 500 करोड़ लीटर से अधिक पेट्रोल खर्च कर दिया जाता है।

स्टार एक्सप्रेस

डेस्क. महंगाई से बेफिक्र उत्तर प्रदेश की जनता पेट्रोल और डीजल पर खर्च करने के मामले में कोई कमी नहीं बरतती। में उत्तर प्रदेश हर साल 500 करोड़ लीटर से अधिक पेट्रोल खर्च कर दिया जाता है। हैरत तो यह कि यह खर्च साल दर साल बढ़ ही रहा है। लॉकडाउन का दौर छोड़ दिया जाए तो तीन सालों में खपत लगातार काफी बढ़ी है।


प्रदेश की जनता ने बीते तीन साल में पेट्रोल पर कुल मिलाकर 90224.38 करोड़ रुपये खर्च कर डाले वहीं डीजल पर दो लाख 15 हजार 870 करोड़ रुपये खर्च किए गए। इसमें आम लोगों के साथ ही सरकारी वाहनों में खर्च हुआ पेट्रोल-डीजल शामिल है। राज्य सरकार को सबसे अधिक राजस्व देने वाला राज्य कर विभाग है। अकेले इस विभाग का योगदान 60.12 फीसदी है। राज्य कर विभाग 98107.04 करोड़ रुपये राजस्व दे रहा है। इनमें वैट की हिस्सेदारी हर वर्ष 27033 करोड़ रुपये होती है। वैट का सबसे बड़ा हिस्सा पेट्रोल और डीजल खर्च से आता है।

उत्तर प्रदेश में करीब 4.06 करोड़ वाहन पंजीकृत हैं। इनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। कोरोना काल का दौर छोड़ दिया जाए तो गाड़ी खरीदने वालों की संख्या साल दर साल बढ़ रही है। इसके आधार पर पेट्रोल और डीजल की खपत भी बढ़ती जा रही है। राज्य सरकार विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक पेट्रोल और डीजल पर अन्य राज्यों से यूपी में वैट कम होने के बावजूद राजस्व में इसकी अच्छी-खासी हिस्सेदारी है।

पेट्रोल कब कितनी हुई ब्रिकी

साल पेट्रोल ब्रिकी लीटर कुल रुपये करोड़ में मिला टैक्स करोड़ में
2019-20 4964221000 25219.58 7462.50
2020-21 4423542000 26601.40 8229.41
2021-22 5008235000 38403.98 9255.05

डीजल की कब कितनी हुई ब्रिकी

साल डीजल की ब्रिकी कुल रुपये करोड़ में मिला टैक्स करोड़ में
2019-20 11673240000 61515.09 10366.31
2020-21 11369621000 67398.62 11874.05
2021-22 11971046000 86955.83 14879.82

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button