EVM हैकिंग को लेकर चुनाव आयोग की सफाई

लोकसभा चुनाव से पहले ईवीएम को लेकर देशभर में काफी विवाद हो रहा है। कांग्रेस सहित कई पार्टियां ईवीएम की बजाए बैलेट पेपर के जरिए चुनाव कराने की बात कर रही हैं। इसपर मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने दिल्ली के एक कार्यक्रम में कहा, ‘मैं यह साफ कर देना चाहता हूं कि बैलेट पेपर के जमाने में वापस नहीं जाने वाले हैं।’

चुनाव आयुक्त ने आगे कहा, ‘हम ईवीएम और वीवीपैट का प्रयोग करना जारी रखेंगे। हम साझेदारों के साथ ही राजनीतिक पार्टियों से हर तरह की आलोचना और फीडबैक के लिए तैयार हैं। ठीक इसी समय हम इन्हें छोड़कर बैलेट पेपर के युग में लौटने के लिए भयभीत, बुली या तंग नहीं होने वाले हैं और ऐसे में बैलट पेपर्स का दौर फिर से नहीं लौटेगा। इससे पहले ईवीएम हैकिंग की बात सामने आने पर अरोड़ा ने कहा था कि जो पार्टियां चुनाव में हार जाती हैं वह इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को फुटबॉल की तरह समझती हैं। उन्होंने कहा था कि वोटिंग मशीन फुलप्रूफ हैं और कोई उनमें हेरफेर नहीं कर सकता है। ईवीएम कभी-कभार तकनीकी खामियों का शिकार हो जाती हैं जिन्हें कि ठीक कर दिया जाता है।

बता दें कि हाल ही में लंदन में हैकथॉन के दौरान एक कथित साइबर एक्सपर्ट ने दावा किया था कि वह ईवीएम डिजाइन टीम के सदस्य थे और भारत में इस्तेमाल हो रही EVM को हैक कर सकते हैं। जिसके बाद से देश में ईवीएम को लेकर विवाद शुरू हो गया। चुनाव आयोग ने कहा कि लंदन में हुए इस हैकथॉन के खिलाफ हमें क्या कानूनी कार्रवाई करनी है, हम इस पर सोच रहे हैं

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button