शिव पार्वती विवाह की रोचक कथा का रसपान भक्तों ने किया

शिव विवाह की मनोहारी कथा संगीतमय प्रस्तुति से मन मोह लिया

स्टार एक्सप्रेस/ संवाददाता

लखनऊ. श्री कालेवीर बाबा मन्दिर प्रांगण में चल रही शिव महापुराण की पावन कथा के पाँचवे दिन शनिवार को कथा व्यास शिवम दीक्षित ने माता पार्वती के प्राकट्य के उपरान्त महर्षि नारद द्वारा पार्वती को शिव तपस्या का उपदेश देने, शिव समाधि को भंग करने पर शिवजी द्वारा कामदेव को भस्म करने, सप्त श्रृषियों द्वारा माता पार्वती की परीक्षा लेने और इसके बाद शिव – पार्वती विवाह की रोचक कथा का रसपान सभी भक्तों को कराया।

कथा व्यास शिवम दीक्षित ने कथा क्रम को आगे बढ़ाते हुये कहा कि माता सती के दक्ष यज्ञ में आत्मदाह कर लेने के बाद शिवजी घोर तपस्या / समाधि में चले गए। माता सती ने कालान्तर में हिमाचल के घर पुत्री रूप में जन्म लिया। उस दौरान तारकासुर का भयानक आतंक था।

एक वरदान के अनुसार उसका वध शिवजी का पुत्र ही कर सकता था लेकिन शिवजी तो तपस्या में लीन थे। ऐसे में देवताओं ने शिवजी का विवाह पार्वतीजी से करने के लिए एक योजना बनाई और जिसके तहत कामदेव को शिव जी की तपस्या भंग करने के लिए भेजा गया।

कामदेव ने तपस्या तो भंग कर दी लेकिन वह शिव जी द्वारा भस्म कर दिये गए और देवताओं के अनुरोध तथा माता पार्वती की तपस्या से प्रसन्न होकर बाद में शिवजी ने माता पार्वती से विवाह किया।

कथा व्यास ने शिव विवाह की बड़ी ही रोचक और मनोहारी कथा का संगीतमय गायन करके कथा पण्डाल में उपस्थित सभी भक्तों को आनन्दित कर दिया। यज्ञाचार्य आदित्य द्विवेदी एवं राजेश बाजपेयी द्वारा मुख्य यजमान सन्त कुमार राजपूत तथा सह यजमान कमलेश द्विवेदी, हरि गोविन्द मिश्र, राज कुमार अवस्थी, राम किशोर बाजपेई से विधिवत पूजन पाठ कराया गया।

कथा व्यास शिवम दीक्षित तथा उनके सहयोगी संगीतकार सूरज द्विवेदी, दीपक अवस्थी एवं गोवर्धन तिवारी ने “आज मेरे भोले की शादी है तथा सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में ” गाकर भक्तों को भावविभोर कर दिया।

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शिव महापुराण कथा के इस पावन अवसर पर पत्रकार अखिलेश द्विवेदी, अवनीश पाण्डेय, मुकेश द्विवेदी, ललित दीक्षित, नवीन वर्मा, राघवेन्द्र तिवारी, अनुराग तिवारी एवं मन्दिर समिति के प्रबन्धक देवेन्द्र पाण्डेय, गोपाल शुक्ला, मोहन दीक्षित, विजय द्विवेदी, बसन्त मिश्र तथा शिक्षक अतुल पाण्डेय, देवी शंकर त्रिवेदी, अजय शुक्ला और पुजारी अशोक दीक्षित, सूर्य कुमार व गुड्डू दीक्षित सहित बड़ी संख्या में भक्तजन उपस्थित थे।

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