जोधपुर में फ्रांस के रहने वाले एक जोड़े ने रीति-रिवाजों से विवाह दोबारा किया
स्टार एक्सप्रेस डिजिटल
60 साल के विदेशी ने राजस्थान आकर कर लिया दोबारा विवाह
राजस्थान के में फ्रांस से आए कपल एरिक और गाब्रिएल हिंदू रीति-रिवाजों के मुताबिक सात फेरे लेकर विवाह के बंधन में बंधे उनके टूर गाइड की मानें तो दोनों को राजस्थान की संस्कृति से काफी लगाव रहा है। देशभर में एक तरफ हिंदू राष्ट्र बनाने को लेकर बहस छिड़ी हुई है वहीं दूसरी तरफ सनातन धर्म की संस्कृति को लेकर एक खास खबर सामने आई हैं पश्चिमी देशों के विदेशी नागरिक सनातन धर्म की संस्कृति से जुड़कर हिंदू रीति रिवाज से शादी कर रहे हैं सनातन संस्कृति का परचम आज दुनिया में लहरा रहा है हर कोई इससे प्रभावित हो रहा है विदेशों में रहने वाले लोग भी सनातन धर्म अपना कर जीवन की दिनचर्या में शामिल कर रहे हैं।
हिंदू रीति-रिवाजों से एरिक और गाब्रिएल ने दोबारा किया विवाह
सनातन धर्म आज विश्व में अपना पताका फहरा रहा है ऐसा ही नजारा शनिवार शाम शहर के एक रेस्टोरेंट हेरिटेज किचन में देखने को मिला, जहां यूरोप के फ्रांस से आए कपल एरिक और गाब्रिएल ने अग्नि को साक्षी मानकर आचार्य पंडित राजेश दवे के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सात फेरे लेकर जीवन के हर सुख दुःख में साथ निभाने की कसम ली पंडित दवे ने उन्हें मंगलसूत्र, मांग भरना, हथलेवा, मामा सेवरा कन्यादान जैसी सभी रिवाजों से अवगत कराया और उनका महत्व भी बताया।
वार होकर राजशाही ने अचकन, सर पर साफा और उस पर मोड़ कलंगी तुरा लगाकर दुल्हन के द्वार पर आकर तोरण मारा रेस्टोरेंट संचालक उदय सिंह चौहान ने बताया कि दुल्हन बनी गाब्रिएल ने लाल सुर्ख रंग की बरी पहन सोलह श्रृंगार कर हिन्दू रीति रिवाजों के साथ मण्डप में बैठकर फेरे लिए फेरों के बाद वरमाला करते हुए हंसी-ठिठोली करते हुए महिलाओं ने ननद-भाभी के नेकचार किए गए।